बांदा । शनिवार को विकासखंड महुआ अंतर्गत सहेवा गांव में भारतीय महापर्व रक्षाबंधन व बुंदेलखंड में अत्यधिक लोकप्रिय त्योहार कजेलिया को दृष्टिगत रखते हुए गांव के प्रमुख तालाब के घाटों की सफाई की गई। आपको बताते चलें कि कजेलिया एक ऐसा त्यौहार है जिसमें बहन बेटियां तालाबों में जवारा खोटने को जाती है तथा परिवार की सुख समृद्धि की कामना करती हैं। समाजसेवी सुमित शुक्ला ने बताया कि आजकल तालाब अपनी दयनीय स्थिति के लिए चीत्कार कर रहे हैं फिर भी जिम्मेदार लोग अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे हैं हम लोगों ने सभी का ध्यान आकर्षित करने के लिए समय समय पर विभिन्न तालाबों में सफाई अभियान चलाया किंतु हालात जस के तस बने हुए हैं तथा आज तक प्रशासन की भी नजर इस तरफ नहीं पड़ी सबसे दुखद बात तो यह है कि तालाबों का पानी छूने लायक तक नहीं बचा बल्कि बिमारियों का जन्मदाता बनकर रह गया है।
बुंदेलखंड का सबसे लोकप्रिय पर्व जिसमें बहन बेटियां तालाबों में जवारा खोटने जाती है आज उनके उस कार्यक्रम वाला घाट तक जमींदोज हो चुका है हमारी प्रशासन से अपील है कि जल्द से जल्द तालाबों का सर्वे कराकर पूर्व स्वरूप में में उन्हें बहाल करायें जिससे तालाबों का अस्तित्व बच सकें
इस दौरान समाजसेवी सुमित शुक्ला ग्राम प्रधान अशोक कुशवाहा पिंटू तिवारी राहुल संदीप आदि मौजूद रहे
