क्राइम-पेट्रोल देख रची बच्चे की हत्या की साजिश

फिरोजाबाद में 6 महीने पहले एक 13 साल के बच्चे की हत्या कर दी गई थी। बच्चे का गला कटा हुआ था। सिर के पीछे चोट का निशान था। चेहरे को ईंट से कूंचा गया था। साथ ही पहचान छुपाने के लिए तेजाब डालकर जलाया गया था। बच्चे का शव प्लेटफार्म नंबर-7 के पास बने डाकघर के खंडहर भवन में मिला था।

पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजकर परिवार के लोगों के बयान लिए थे। लेकिन तब परिवार वालों ने किसी पर भी हत्या करने की आशंका जाहिर नहीं की थी। पुलिस को जांच में इस ब्लाइंड मर्डर में किसी भी तरह के सबूत नहीं मिल पा रहे थे। CCTV फुटेज से लेकर लोगों से पूछताछ…पुलिस ने सब किया, लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा।

6 महीने बाद हुआ 13 साल के बच्चे की हत्या का खुलासा
अब 6 महीने बाद पुलिस ने इस ब्लाइंड मर्डर में बच्चे के मोहल्ले के दोस्त को ही गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार, बच्चे ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। उसका कहना है, उसका दोस्त सूरज उसकी बहन पर गलत नजर रखता था। बहन को देखकर गाना गाता था।

आते-जाते बहन का नाम लेकर परेशान करता था। मना करने पर भी वो नहीं माना, तो उसको मार दिया। पुलिस का कहना है, मारने वाला भी नाबालिग है। उसकी उम्र करीब 16 साल है। उसके अंदर इस मर्डर को लेकर कोई पछतावा नहीं है। बच्चे ने इस मर्डर को कैसे अंजाम दिया, इसके बारे में उसने पुलिस को बताया।

फिरोजाबाद में न्यू रेलवे कालोनी के रहने वाले श्याम बाबू का 13 साल का बेटा सूरज 30 जून साल 2023 की शाम को घर से खेलने के लिए निकला और उसके बाद कभी नहीं लौटा। परिवार के लोगों ने, पुलिस ने उसको बहुत ढूंढा लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला।

2 जुलाई की शाम को बच्चे का शव उसके घर से 500 मीटर दूर प्लेटफार्म संख्या-सात के पास डाकघर के खंडहर भवन में मिला था। शव की हालत बहुत खराब थी। तभी से पुलिस बच्चे के हत्यारे की तलाश कर रही थी।

मैं करीब 1 महीने से क्राइम पेट्रोल देखकर ट्रेनिंग ले रहा था..
इस बीच पुलिस ने कई CCTV देखे। बच्चे के परिवार वालों, उसके मोहल्ले के लोगों से लेकर स्कूल तक पूछताछ की, लेकिन किसी से कोई सुराग नहीं मिला। जो CCTV फुटेज मिले, उसमें बच्चा किसी के साथ आता दिखाई ही नहीं दे रहा था। बच्चे की किसी से दुश्मनी होने की बात भी सामने नहीं आ रही थी। न ही परिवार की किसी से दुश्मनी थी।

पुलिस को ऐसा लग रहा था कि ये मर्डर किसी बड़े आरोपी ने किया है, लेकिन खुलासा होने पर पुलिस भी हैरान है। आरोपी बच्चे ने इस पूरी हत्या को बहुत ही प्रोफेशन तरीके से किया है। बच्चा अपने दोस्त को मारने के लिए करीब 1 महीने से क्राइम पेट्रोल देखकर ट्रेनिंग ले रहा था।

अब पढ़िए पुलिस को आरोपी बच्चे मुन्ना (बदला हुआ नाम) ने क्या-क्या बताया-

मुन्ना ने पुलिस को बताया, ”मेरी और सूरज की दोस्ती बचपन से थी। हम लोग पास में ही रहते थे। हम लोग एक-दूसरे के घर भी आते-जाते रहते थे। लगभग 1 साल से सूरज मेरी बहन के ऊपर गलत नजर रखने लगा था। मुझे इसके बारे में मोहल्ले के दूसरे लड़कों ने बताया था।

मेरी बहन छोटी है। मुझे डर लगा रहता था, कहीं उसके साथ कुछ गलत न हो जाए। सूरज कभी बहन को देखकर गंदे गाने गाता, तो कभी उसका नाम बुलाता। वो मोहल्ले से निकलती, तो उसका नाम लेकर बुलाता। उसने सबसे कह रखा था, मेरी बहन उसकी गर्लफ्रेंड है। जबकि वो तो अभी बच्ची है।”

क्राइम पेट्रोल में मारने के अच्छे तरीके दिखाते हैं..
मैंने सूरज को कई बार समझाया। उसको ये सब करने से मना किया, लेकिन वो मान ही नहीं रहा था। मुझसे कहता, अब मैं ऐसा नहीं करूंगा, लेकिन बार-बार वही काम करता। एक बार तो मैंने उससे कहा कि मैं उसके घर पर शिकायत करूंगा, लेकिन वो फिर नहीं रुका।

इस बात को लेकर हमारी कहासुनी भी हुई थी। लेकिन कोई फायदा नहीं था..सूरज नहीं मान रहा था। इसके बाद ही मैंने उसको मारने का प्लान बनाया। मैंने इसके लिए क्राइम पेट्रोल देखना शुरू किया। उसमें मारने के अच्छे तरीके दिखाते हैं।”

अब पढ़िए मुन्ना ने सूरज को कैसे मारने के लिए बुलाया था-

मुन्ना ने पुलिस को बताया, ”घटना वाले दिन मैंने सूरज को कोई फोन नहीं किया। यहां तक कि जहां भीड़ थी, वहां उसके पास भी नहीं गया। उसके घर के पास एक गली है। मैंने वहां पर उसको रोका और उससे खंडहर के पास मिलने के लिए बोला।

जब उसने आने के लिए बोल दिया, तब मैंने जाकर चाकू खरीदा और तेजाब खरीदा। मैं उसको बताए गए समय से पहले वहां पहुंच गया। वहीं पर तेजाब छुपा दिया और एक पत्थर भी वहीं पर रख लिया।”

मैंने मौके से जल्दी से सारे सबूत मिटाए..
”जब सूरज वहां आया, तो मैंने उसको नशीली दवा मिलाकर कोल्ड ड्रिंक पीने के लिए दी। वो कोल्ड ड्रिंक पीने के बाद वो कुछ ही देर में जमीन पर गिर गया। उसके जमीन पर गिरते ही मैंने पहले उसके सिर पर पत्थर मारा। उसके बाद चाकू से गला रेत दिया।

फिर ईंट से मुंह कूंचा और पहचान छिपाने के लिए मुंह पर तेजाब डाल दिया। उसके गले में एक माला पड़ी हुई थी। मैंने उसको तोड़कर पानी में फेंक दिया। चाकू भी वहीं पर फेंक दिया। मौके से जल्दी से सारे सबूत मिटाए। उसके बाद हाथ साफ करके घर चला गया और सो गया।

अब पढ़िए पुलिस आरोपी तक कैसे पहुंची?

ये सूरज का बड़ा भाई सचिन है। इनका कहना है, मुन्ना के सारे आरोप झूठे हैं।
ये सूरज का बड़ा भाई सचिन है। इनका कहना है, मुन्ना के सारे आरोप झूठे हैं।

पुलिस का कहना है, उन्होंने पहले जब घर वालों को शव दिखाया तो उन लोगों ने शव को खुद का बेटा नहीं बताया। लेकिन जब हमने शव के कपड़े दिखाए तो वो उन लोगों ने पहचान लिए। लेकिन वो किसी का भी नाम नहीं बता पा रहे थे। हमारी जांच में भी कुछ सामने नहीं आ रहा था।

जब हमें कुछ नहीं मिला, तो हमने मोहल्ले के बच्चों से पूछताछ शुरू की। हम लोग सबको थाने लाते और सख्ती से पूछताछ करते। इसी पूछताछ में मुन्ना का नाम सामने आया। जब मुन्ना से पूछताछ की गई, तो उसने सारा सच उगल दिया। आरोपी को अभी बाल सुधार गृह में भेजा गया है। उस पर सूरज के पिता की तहरीर पर केस दर्ज किया गया है।

अब पढ़िए सूरज के परिवार ने मुन्ना के बारे में क्या कहा
सूरज के भाई सचिन का कहना है, मुन्ना झूठ बोल रहा है। उसका भाई ऐसा नहीं है। वो किसी लड़की को परेशान नहीं करता था। वो लड़की और मेरी बहन एक ही स्कूल में पढ़ते हैं। अगर ऐसा होता, तो वो लड़की मेरी बहन से शिकायत करती लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।

वहीं मां का कहना है, वो बच्चा नहीं, हैवान है। उसको फांसी की सजा मिलनी चाहिए। इस उम्र में वो ऐसे काम कर रहा है, बड़ा होने पर क्या करेगा?

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