फतेहपुर। निजीकरण के विरोध में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति लगातार प्रदर्शन कर रहा है। उत्तर प्रदेश ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की है। शनिवार को हाईडिल कालोनी में प्रदर्शन कर रहे समिति के पदाधिकारियों जितेंद्र कुमार, धीरेंद्र सिंह, निसार खान, दीपक यादव, नवीन कुमार, धीरेंद्र पटेल, सुरेश मौर्य और लवकुश कुमार ने कहा है कि कंसल्टेंट की नियुक्ति में हितों के टकराव का प्राविधान शिथिल कर देना बहुत गंभीर मामला है। उन्होंने कहा कि पॉवर कारपोरेशन प्रबंधन की कुछ निजी घरानों से सांठगांठ है और कंसल्टेंट इसी हिसाब से नियुक्त किया जाएगा जो निजीकरण का डॉक्यूमेंट पूर्व निर्धारित निजी कंपनी के हिसाब से तैयार करेगा। समिति ने कहा है कि बिजली के निजीकरण के पीछे मेगा घोटाले की योजना है। समिति निजीकरण के पीछे की मंशा और घोटालों को आम जनता के बीच उजागर करेगी। उन्होंने कहा कि पॉवर कारपोरेशन प्रबंधन झूठ और डर का वातावरण बनाकर निजीकरण करना चाहता है जिसे बिजली कर्मी कभी स्वीकार नहीं करेंगे।
