जयपुर सीएमएचओ सेकेंड की फूड सेफ्टी टीम ने त्योहारी सीजन को देखते हुए नकली पनीर के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की। गुरुवार को सुबह करीब 9 बजे जगतपुरा में एक कार से पनीर की खेप पकड़ी। प्रथम दृश्यता जांच में पकड़ा गया करीब 350 किलो पनीर सिंथेटिक निकला, जो दूध पाउडर और पाम ऑयल मिलाकर बनाने जैसा लग रहा था। हालांकि, टीम ने सैंपल लेने के बाद पूरे पनीर को नष्ट करवा दिया है।दरअसल, जगतपुरा रेलवे फाटक पर फूड सेफ्टी टीम ने गुरुवार को सुबह एक कार को रुकवाकर तलाशी ली। तो उसमें प्लास्टिक के बॉक्स में नकली पनीर भरा हुआ था। जिसके बाद टीम ने पनीर की जांच करवा तो नकली निकला।पूछताछ में धौलपुर निवासी कार ड्राइवर अभिषेक ने बताया कि हरियाणा के नूंह से सिंथेटिक पनीर को 190 किलोग्राम की दर से खरीद कर जयपुर में रेस्टोरेंट, होटल, ढाबों और कुछ अन्य दुकानों पर 220 से लेकर 240 रुपए किलोग्राम की दर से बेचता था।जयपुर सीएमएचओ डॉ. मनीष मित्तल ने बताया- फूड सेफ्टी इंस्पेक्टर विनोद थारवान, राजेश नागर समेत अन्य लोगों की टीम गुरुवार को सुबह सूचना मिलने के बाद जगतपुरा रेलवे फाटक पर खड़ी थी। टीम को सूचना थी कि एक गाड़ी में मिलावटी पनीर लाकर जयपुर में सप्लाई किया जा रहा है।सूचना के मुताबिक जैसे ही मारूति इको कार जब वहां पहुंची तो टीम ने उसे रुकवा लिया। इस दौरान कार की तलाशी ली गई तो उसमें प्लास्टिक के बॉक्स में पनीर था। कार चालक धौलपुर निवासी अभिषेक से जब पूछताछ की, तो उसने बताया कि वह पनीर हरियाणा के नूंह जिले से खरीदकर जयपुर के रेस्टोरेंट, ढाबे, होटलों में सप्लाई करता है उन्होंने बताया कि कागजी जांच में पनीर करीब 350 किलोग्राम निकला और देखने में सिंथेटिक लग रहा था। ये पनीर शुद्ध दूध से न बनाकर दूध पाउडर और उसमें पाम ऑयल मिलाकर बनाने जैसा दिख रहा था। जिसके बाद पनीर के सैंपल लेकर उसे नष्ट करवाया गया। सीएमएचओ डॉ. मित्तल ने बताया- दीपावली के त्यौहार के मद्देनज़र जयपुर शहर और आसपास के इलाकों में बड़ी मात्रा में पनीर, घी, तेल, मसाले सहित सूखे मेवे बिकने के लिए आते है। इन पर कड़ी निगरानी रखने और पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाया गया है।
