– 11 देहदानियों ने भरे संकल्प पत्र, उनके आदर्शों पर चलने का दोहराया संकल्प
फतेहपुर। खल भारतीय वैश्य एकता परिषद द्वारा मरणोंपरांत वैश्य रत्न से सम्मानित तथा भारतीय दोसर वैश्य महासमिति द्वारा युग दधीचि सम्मान से सम्मानित देहदानी देवेंद्र प्रकाश गुप्ता की प्रथम पुण्य तिथि लाजहीरा में अखिल भारतीय वैश्य एकता परिषद द्वारा मनाई गई तथा उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प दोहराया गया। उक्त अवसर पर 11 देहदानियों ने भी संकल्प पत्र भरे। कार्यक्रम का शुभारंभ गायत्री परिवार द्वारा स्वस्ति वाचन मंत्र द्वारा किया गया। उनके चित्र पर माल्यार्पण करते हुये श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। परिषद के जिलाध्यक्ष अरूण जायसवाल ने कहा कि देहदान से बडा कोई दान नहीं है। मरणोपरांत देह यदि किसी के काम आये तो इससे बढकर कोई उपकार नहीं है। देहदान के लिये समाज को जाग्रत करने की आवश्यकता हैं। गायत्री परिवार के गिरधारी लाल गुप्ता ने कहा कि चिकित्सा क्षेत्र में एक देह का बडा महत्व हैं। मेडिकल कालेज में पढाई कर रहे मेडिकल छात्रों को देहदान से प्राप्त शरीर से अध्ययन करने में बडा सहयोग प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि विनोद जी का परिवार समाज के लिये आदर्श है जिन्होंने सन 2010 में अपने माता जी का देहदान तथा 2014 में बहन का देहदान एवं 25 फरवरी 2024 में पूज्य पिता देवेंद्र प्रकाश गुप्त का देहदान किया था ऐसे आदर्श परिवार से हम सभी को प्रेरणा लेनी चाहिये। युग दधीचि देहदान संस्था के जिला संयोजक एवं अखिल भारतीय वैश्य एकता परिषद के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव ने कहा कि आज जिन 11 लोगों ने देहदान के लिये संकल्प पत्र भरा है वह सभी बधाई के पात्र है उन्होंने कहा कि आज नित नये नये मेडिकल कालेज खुल रहे हैं जिसमें मेडिकल की पढाई करने वाले डाक्टरों को अपने अध्ययन क्षेत्र में मृत शरीर की अत्यधिक आवश्यकता होती हैं उसकी पूर्ति इसी दधीचि परिवार से संभव होगी। इस मौके पर मुख्य रूप से परिषद के संरक्षक राम विशाल गुप्ता, किशन मल्होत्रा, संजय गुप्ता, बृजेश सोनी,अनिल वर्मा, महेंद्र गुप्ता, शैलेन्द्र शरन सिम्पल, नारायण गुप्ता, वेद प्रकाश गुप्ता, कमलेश गुप्ता, सुरेश केसरवानी, सन्तोष विनायक, सत्येंद्र गुप्ता, सुनील गुप्ता,आशीष गुप्ता,नैंसी गुप्ता, गीता गुप्ता, सानवी गुप्ता, नीतीश गुप्ता, सोनू गुप्ता, लाल गुप्ता, सुरेंद्र पाठक, नमो गुप्ता, आशीष अग्रहरी, बाबला सोनी, मनोज सोनी, राजीव पोरवाल आदि लोग मौजूद रहे।