फतेहपुर के रेडाइया मोहल्ला स्थित मकबरा-मंदिर विवाद पर आज सिविल जज सीनियर डिवीजन कोर्ट में सुनवाई हुई। मकबरा पक्ष के अधिवक्ता अनिल कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि 27 नवंबर की तारीख मिली है। हमने रेटोरेशन को लेकर अपील की है। जिस पर बहस होनी है।
यह विवाद तब शुरू हुआ जब मठ मंदिर संघर्ष समिति ने मकबरा स्थल पर मंदिर होने का दावा किया। समिति ने 7 अगस्त को जिला प्रशासन से 11 अगस्त को साफ-सफाई की अनुमति मांगी थी। प्रशासन द्वारा अनुमति न दिए जाने पर, भाजपा जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में पहुंची भीड़ ने मकबरा स्थल पर तोड़फोड़ कर पूजा-पाठ किया था।
इस घटना के बाद, चौकी प्रभारी आबू नगर की तहरीर पर 10 नामजद सहित 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।
विवादित स्थल को लेकर मामला कोर्ट में चल रहा है। एक पक्ष से वादी राम नरेश सिंह के पुत्र विजय प्रताप सिंह ने सिविल जज सीनियर डिवीजन कोर्ट में रेस्टोरेशन (पुनर्स्थापना) पत्र स्वीकार किए जाने की अपील की है। खतौनी में यह विवादित स्थल ‘मंगी मकबरा’ के नाम से दर्ज है। मकबरा के मुतव्वली रहे अनीश के निधन के बाद अब उनके पुत्र अबू हरेरा मुतव्वली हैं।
इस मामले में प्रयागराज कमिश्नर और एडीजी ने 75 पेज की एक रिपोर्ट तैयार कर मुख्यमंत्री को भेजी थी। वहीं, भाजपा के संगठन मंत्री ने भी अपनी रिपोर्ट सौंपी थी। हालांकि, इस मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
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