Breaking News

प्रभारी मंत्री ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का किया दौरा, बांटी राहत सामग्री

– राहत शिविर में प्रभारी मंत्री ने वितरित की सामग्री
– बाढ़ पीड़ितों ने मांगा सौ मीटर का पक्का ऊंचा रास्ता व पक्का डैम्प
–  राहत शिविर में ग्रामीणों को सामग्री वितरित करते प्रभारी मंत्री व साथ में डीएम।
फतेहपुर। रविवार को प्रभारी मंत्री अजीत पाल ने बाढ़ प्रभावित ललौली क्षेत्र का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ जिलाधिकारी रवीन्द्र सिंह के साथ जिले के तमाम आलाधिकारी मौजूद रहे। ललौली के एक स्कूल में बनाए गए प्राइवेट सेल्टर हाउस (राहत शिविर) में उन्होंने बाढ़ प्रभावित लोगों की व्यवस्थाएं देखी। इसके साथ ही वहां रुके लोगों का हाल-चाल जाना।
प्रभारी मंत्री ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र पलटू का पुरवा व ललौली इंटर कालेज स्थित बाढ़ राहत शिविर में बाढ़ राहत सामग्री का वितरण किया। उन्होने शिविर में खाने-पीने की व्यवस्था, मेडिकल कैंप, भूसे की उपलब्धता इत्यादि व्यवस्थाओं को देखा। डीएम ने प्रभारी मंत्री को अवगत कराया कि पलटू के पुरवा के निवासियों को चिन्हित स्थान पर टेंट लगाकर मेडिकल कैंप, खाने-पीने व मवेशियों के लिए चारे की व्यवस्था की गई है। संबंधित विभाग के अधिकारी और कर्मचारी वहां पर रोस्टर वाले चौबीस घंटे तैनात हैं। इसी प्रकार जनपद में अन्य जगहों पर जहां बाढ़ ग्रस्त इलाका है वहां संबंधित उपजिलाधिकारी के नेतृत्व में संबंधित टीमें लगातार निगरारनी और राहत कार्य में लगी हैं। पूर्ति विभाग द्वारा सभी कार्ड धारकों को राशन वितरण कराया जा रहा है। आपदा प्रबंधन द्वारा भी राहत सामग्री का वितरण बाढ़ प्रभावितों को किया जा रहा है। बाढ़ से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या होने पर बाढ़ राहत केंद्र के जिला नियंत्रण कक्ष 05180-298632, 1077, 9454417876 से संपर्क करें। गौरतलब है कि जिले के ललौली थाना क्षेत्र इलाके के आधा सैकड़ा से अधिक गांव बाढ़ से प्रभावित हैं लोग दाने-दाने को मोहताज हैं। इंसान और जानवर दोनों ही परेशान है। यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। यमुना का रौद्र रूप देख कर लोगों में दहशत का माहौल है।ऐसे में जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर काम करने में लगा हुआ है।

इनसेट-
आधा सैकड़ा गांव बुरी तरह प्रभावित
ललौली थाना क्षेत्र के करीब आधा सैकड़ा गांव बाढ़ के कहर से बुरी तरह प्रभावित हैं। यमुना की बाढ़ से तमाम गांवों पानी से चारों तरफ से घिर गए हैं। गांव को मुख्य मार्ग से जोड़ने वाले संपर्क मार्ग डूब चुके हैं। गांव से से बाहर आवागमन के लिए नाव एक मात्र सहारा है। बाढ़ प्रभावित गांव उरौली 30, दसौली 25, अढ़ावल 500 घर, ललौली 100 घर के अलावा धनुवन गांव चारों तरफ से पानी से घिर कर टापू बने हुए हैं।

इनसेट-
बाढ़ पीड़ितों ने मांगा पुल या रास्ता
पलटू का पुरवा के बाढ़ राहत शिविर में मौजूद पीड़ितों ने प्रभारी मंत्री अजीत पाल और डीएम से डूब क्षेत्र के लिए लगभग सौ मीटर का पक्का पुल या फिर ऊंचा रास्ता बनवाने की मांग किया। ग्रामीणों का कहना है कि गांव के अन्दर बना डैम्प मिट्टी का होने के कारण बाढ़ में ध्वस्त हो जाता है जिससे करीब पचास घर पूरी तरह से जलमग्न हो जाते हैं, उसका भी पक्का निर्माण कराया जाए।

About NW-Editor

Check Also

मलवां कस्बे में पूर्व सैनिक उत्थान समिति का खुला कार्यालय

– मासिक बैठक में भारतीय सेना का अपमान करने पर जताई नाराजगी – मलवां कस्बे …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *