भुवनेश्वर: ओडिशा के जगतसिंहपुर जिले में बड़ा मामला सामने आया है। यहां दो भाइयों ने एक 18 साल की लड़की के साथ कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया। जब वह सात महीने की गर्भवती हो गई, तो उन्होंने उसे जिंदा दफनाने की कोशिश की। पुलिस ने दोनों भाइयों को गिरफ्तार कर लिया है। तीसरा संदिग्ध अभी तक लापता है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने लंबे समय तक नाबालिग के साथ कई बार बलात्कार किया। जब उन्हें उसके गर्भवती होने का पता चला, तो उन्होंने कथित तौर पर अपना अपराध छिपाने के लिए उसे जिंदा दफनाने की कोशिश की। पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपियों ने गर्भपात के लिए पैसे देने और उसकी मदद करने की पेशकश की। उन्होंने पीड़िता को एक जगह बुलाया, और उसने उनकी बात मान ली। वहां पहुंचने पर उसने देखा कि जमीन पर एक गड्ढा खोदा हुआ था। इसके बाद आरोपियों ने उसे धमकी दी कि अगर उसने गर्भपात नहीं कराया तो वे उसे जिंदा ही गड्ढे में दफ़ना देंगे।
पीड़िता किसी तरह आरोपियों से बच निकली और अपने पिता को आपबीती सुनाई। जिला मुख्यालय अस्पताल में उसका मेडिकल टेस्ट हुआ और उसके पिता की ओर से कुजंग पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई औपचारिक शिकायत के बाद मामला दर्ज किया गया। पीड़िता के पिता की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, आरोपी भाग्यधर दास (60) और पंचानन दास (58) पिछले एक साल से नाबालिग का कथित तौर पर बलात्कार कर रहे थे और अब वह सात महीने की गर्भवती है।
अधिकारी ने बताया कि दोनों आरोपी एक मठ (आश्रम) में कार्यरत थे, जहां पीड़िता अक्सर जाया करती थी। पीड़िता के पिता ने यह भी आरोप लगाया कि जब उन्होंने यह मामला स्थानीय पंचायत के एक पदाधिकारी को बताया तो उसने घटना को दबाने के लिए उन्हें पैसे की पेशकश की और पुलिस में शिकायत दर्ज कराने पर अंजाम भुगतने की धमकी भी दी।
पुलिस ने क्या कहा?: तिर्तोल के उप संभागीय पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) चिन्मय राउत ने बताया कि तीन व्यक्तियों के खिलाफ बलात्कार और पॉक्सो कानून की धाराओं के तहत एक मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि दोनों भाइयों को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि तीसरा आरोपी फरार है। यह घटना जगतसिंहपुर जिले में ही 18 वर्षीय एक युवती के सामूहिक बलात्कार की घटना के चार दिन बाद सामने आयी है। पीड़िता अभी जिला मुख्यालय अस्पताल में गंभीर हालत में उपचाराधीन है।

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