– ग्रामीणों ने बाढ़ आपदा केंद्र में ली पनाह
पांडु नदी का जलस्तर बढ़ने से डूबे खेतों का दृश्य।
फतेहपुर। बरसात में पांडु नदी के बाढ़ के पानी ने एक बार फिर से किसानों के ऊपर कहर ढा दिया। जिससे मलवां ब्लॉक स्थित कई गांव की सैकड़ो बीघा खेती जलमग्न होने के अलावा आधा दर्जन से अधिक गांव भी आंशिक व पूर्ण रूप से बाढ़ की चपेट में है। बाढ़ से प्रभावित गांव के लोगों को जिला प्रशासन द्वारा बनाये गये आपदा शिविरों में रखा गया है। वही घरों में पानी भरने के कारण गांव छोड़कर शिविरों में रह रहे लोगों के सामने उनके खुद के खाने एवं मवेशियों के चारे पानी की भी समस्या सामने आ रही हैं। लोगों की समस्याएं देखते हुए सामाजिक लोग राहत सामग्री देकर मदद कर रहे हैं।
मलवां विकास खंड से होकर निकलने वाली पांडु नदी बरसात के दिनों में उफान पर आ जाती है। छिवली नदी से निकली पांडु नदी जनपद से होते हुए उन्नाव जनपद में गंगा नदी में मिलती है। हर वर्ष बरसात के मौसम में नदी में बाढ़ की स्थिति बन जाती है। बाढ़ के कारण ब्लाक के गुनीर गाँव के मजरे रामदीनखेडा, दलाखेडा, कुम्हारनडेरा की लगभग 500 बीघा के करीब फसल बाढ़ के पानी में डूब गई है। खेतों में लगभग एक मीटर तक पानी भरने से खेतो में नाव चलने की नौबत आ गयी।
