हरियाणा: गुरुग्राम जिले में हुए 7 साल के बच्चे आशीष के मर्डर का आरोपी अलसुबह पकड़ा गया है। वह 16 साल का नाबालिग है। पुलिस उसे हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। उसने पुलिस को बताया है कि वह आशीष को फुसलाकर घर के बाहर से उठा ले गया था। घर से करीब 2 किमी दूर सुनसान जगह पर ले जाकर उसने बच्चे की कैंची जैसे चाकू से गोदकर हत्या कर दी और लाश कुंडली-मानेसर-पलवल (KMP) एक्सप्रेस-वे के नीचे फेंक दी। उसने तब तक बच्चे के चाकू मारे जब तक उसकी जान नहीं चली गई। उसने यह भी खुलासा किया है कि बच्चे आशीष ने उस पर घर से मोबाइल चोरी को आरोप लगाया था। मोबाइल आरोपी ने ही चुराया था, लेकिन करीब 15 दिन बाद उसने मोबाइल आशीष के घर में ही फेंक दिया था। इसके बाद भी आशीष के पिता कमल उसके घर में लड़ने चले आए। उन्होंने आरोपी के पिता से माफी भी मंगवाई। आरोपी ने बताया है कि वह इसी बात से आहत था कि एक मोबाइल के लिए उसके पिता की सार्वजनिक रूप से बेइज्जती की गई थी। उस बच्चे की वजह से उसके पिता को माफी मांगनी पड़ी। इसलिए, उसने इस वारदात को अंजाम दिया। वहीं, बच्चे के शव का पोस्टमॉर्टम भी हो गया। इसमें खुलासा हुआ है कि बच्चे के शरीर को कुल 16 बार चाकू से गोदा गया है। बच्चे के पेट, सीने, गर्दन और चेहरे पर चाकू गोदने के निशान हैं।
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने ये खुलासे किए…
- पुलिस ने आरोपी किशोर को सोमवार अलसुबह उसके गांव से हिरासत में लिया है। उसका परिवार मूल रूप से उत्तर प्रदेश के औरैया जिले का रहने वाला है। उसने पुलिस को बताया है कि वह पड़ोस के लड़के आशीष के साथ खूब खेलता था। उसके घर जाता था और आशीष को अपने घर भी लेकर आता था।
- आरोपी ने बताया है- करीब 2 महीने पहले आशीष ने मुझ पर मोबाइल चोरी करने का इल्जाम लगाया। वह मोबाइल उसके पिता कमल का था। जब आशीष ने अपने पिता को बताया कि मैंने उनका मोबाइल चोरी किया है तो उसके पिता मुझसे कहासुनी करने लगे।
- आरोपी ने कहा- मैंने तब इनकार कर दिया था कि मैंने मोबाइल नहीं चुराया। हालांकि, करीब 15 दिन बाद मैंने उनका मोबाइल उनके घर में फेंक दिया। मोबाइल मिलने के बाद आशीष के पिता फिर से मेरे घर लड़ने के लिए चले आए। उस दिन मेरे पिता भी घर पर थे।
- पुलिस को आरोपी ने बताया है- आशीष के पिता ने मेरे पिता के सामने मुझे चोर कहा। इसके बाद मेरे पिता ने सार्वजनिक रूप से आशीष के पिता से माफी मांगी। मुझे उसी समय गुस्सा आया था, लेकिन मैं तब कुछ कर न सका। मैंने उसी समय ठान लिया था कि मैं आशीष को छोड़ूंगा नहीं, क्योंकि इसकी वजह से ही मेरे पिता की बेइज्जती हुई है।
- आरोपी ने पुलिस को बताया है कि वह करीब 1 महीने से आशीष की हत्या की प्लानिंग कर रहा था। वह मौका उसे शनिवार को मिल गया। आशीष घर के बाहर खेल रहा था और उसके पिता कमल घर में अंदर थे। इसी दौरान उसने घर से चाकू लिया और आशीष को चॉकलेट का झांसा देकर गली से दूर एक्सप्रेस-वे के पास सुनसान जगह पर ले आया।
- पुलिस को दिए बयान में आरोपी ने कहा कि जब आसपास कोई नहीं दिखा तो उसने आशीष को चाकू घोंपना शुरू कर दिए। उसने तब तक चाकू मारे, जब तक आशीष की जान नहीं निकल गई। इसके बाद वह उसे एक्सप्रेस-वे के नीचे फेंक कर घर आ गया था।
मृत बच्चे आशीष के पिता कमल ने पुलिस को बताया था कि उनका परिवार मूल रूप से राजस्थान के अलवर जिले के पलकारी गांव का रहने वाला है, लेकिन वर्तमान में गांव में किराए के मकान में रह रहा है। आशीष के अलावा उनकी एक छोटी बेटी है, जो पहली कक्षा में पढ़ती है। जबकि, आशीष सेकेंड क्लास का छात्र था। कमल ने बताया है कि वह कुरियर डिलीवरी कंपनी डेल्हीवरी में नाइट शिफ्ट में काम करते हैं, जबकि उनकी पत्नी माया एवीएल कंपनी में काम करती हैं। शनिवार को उनकी पत्नी काम पर गई थी, तब वह आशीष और बेटी के साथ घर में थे, लेकिन दोपहर के समय आशीष लापता हो गया।
मृतक के पिता ने बताया- शाम तक जब आशीष घर नहीं लौटा तो उसकी तलाश शुरू की। शाम को पत्नी माया भी काम से लौट आई थी। उसने पड़ोस में पता किया, लेकिन उस लड़के ने भी जानकारी होने से इनकार कर दिया, जिसके साथ आशीष अक्सर खेला करता था। इसके बाद वह लड़का भी हमारे साथ आशीष को खोजने में लग गया। कमल ने कहा- रात को मैं ड्यूटी पर चला गया। सुबह जब लौटा, तब भी आशीष नहीं आया था। इसके बाद हमने पुलिस को सूचना दी। इसके कुछ समय बाद ही पुलिस ने सूचना दी कि एक्सप्रेस-वे के नीचे बच्चे की डेडबॉडी मिली है। वह शव आशीष का ही था। मृतक के परिजनों ने बेटे के गायब होने और मर्डर के पीछे पड़ोसी लड़के को ही आरोपी बताया, क्योंकि शव मिलने के बाद ही वह लड़का भाग गया था। परिजनों ने पुलिस को मोबाइल खोने के बाद लड़के के परिवार से विवाद होने की बात भी बताई। इसके बाद पुलिस ने आरोपी को खोज शुरू की। आशीष के पिता ने पुलिस को यह भी बताया था कि आरोपी लड़के उनके बेटे को खिलौने वाली पिस्टल दिखाकर धमकाया था। उसने कहा था, “बचकर रहना। एक दिन मैं तुझे जान से मार दूंगा।” यह बार खुद आशीष ने बताई थी। हालांकि, तब इसे बचपना समझ कर टाल दिया था। पता नहीं था कि यह लड़का ऐसा कदम उठाएगा।
SHO बोले- जांच कर रहे इधर, मामले में बिलासपुर थाने के SHO दिलबाग सिंह ने बताया है कि डेडबॉडी पर चाकू से हत्या होना पाया गया है। शव के पास से चाकू मिला है, जिसे फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। आरोपी को हिरासत में ले लिया है। उससे पूछताछ और मामले की जांच जारी है।