क्यूएफएक्स और अन्य कंपनियों में निवेश के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के संबंध में ईडी को अहम जानकारियां हाथ लगी हैं। गिरोह का सरगना लविश, एजेंट नवाब और अन्य शामली के अलावा बागपत, मुजफ्फरनगर, गाजियाबाद के आलीशान होटलों, फार्म हाउस पर एजेंटों की मदद से बैठक कराते थे। लोगों को निवेश के बारे में जानकारी देकर अपने साथ जोड़ा जाता था। बैठक में शामिल होने वाले लोगों को खाने से लेकर बेहतरीन गिफ्ट तक दिया जाता था। लविश लग्जरी गाडियों का शौकीन है। ईडी के हाथ कई वीडियो लगी हैं, जिनमें लविश अलग अलग तरह की लग्जरी गाड़ियों में विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होता नजर आ रहा है।
आखिर लविश ये लग्जरी गाड़ियां किसके रुपयों से खरीद रहा, ईडी इसकी जांच में जुट गई है। सात मई 2024 को लविश चौधरी के भाई साजिद का कुछ युवकों ने घर से बुलाकर अपहरण कर लिया था। पुलिस ने उसे मेरठ से बरामद किया था। मामले में खतौली निवासी गौरव, अनुराग, सूरज, आशीष के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। बताया गया कि इस अपहरण से पूर्व लविश दुबई जा चुका था। मगर अपहरण के बाद वह अपने परिवार के सभी सदस्यों को भी दुबई लेकर चला गया था।
परिवार के सदस्य अब दुबई में उसके पास ही रह रहे हैं दो दिन पूर्व ही लविश से उसके व्हाट्सएप नंबर पर बात की थी। उसने खुद को निर्दोष बताया था। कहा था कि उसे गलत तरीके से फंसाने का प्रयास किया जा रहा है। किसी एक सदस्य के साथ मैंने आज तक ठगी नहीं की, न ही करूंगा। हिमाचल के राजेंद्र सूद ने ठगी की है। मैं बेकसूर हूं। नवाब को ईडी ने पूछताछ के बाद छोड़ दिया था। वह शामली के सलेक विहार में रह रहा था। मगर पूछताछ के बाद वह उसका कोई पता नहीं लग पा रहा है। हालांकि, उसके परिजन नवाब को निर्दोष बता रहे हैं। कह रहे है कि नवाब कोई ठगी नहीं प्रॉपर्टी डीलिंग कर परिवार का पालन पोषण कर रहा है।