कानपुर: यूपी के कानपुर से एक खौफनाक घटना सामने आई है। कानपुर में एक शादीशुदा महिला गांव में रहने प्रेमी के साथ फरार हो गई थी। ससुरालीजनों के दबाव में महिला वापस लौटी। इसके बाद भी वह प्रेमी के संग रहने की जिद में अड़ी थी। इसी खुन्नस में महिला ने अपने साढ़े तीन साल के बेटे की गले में पड़ी ताबीज के धागे से गला घोंटा दिया। इसके बाद उसके चेहरे को दांतों से चबा डाला। इस रोंगटे खड़े कर देने वाली घटना के बारे जिसने भी सुना हैरान रह गया।
नरवल थाना क्षेत्र स्थित प्रतापपुर गांव निवासी सुशील यादव प्राइवेट फैक्ट्री कर्मी हैं। सुशील की शादी कई साल पहले फतेहपुर खागा निवासी मनीषा से हुई थी। सुशील का आरोप है कि महिला एक महीने पहले गांव में रहने वाले प्रेमी संग फरार हो गई थी। खोजबीन के बाद जानकारी हुई तो दबाव बनाकर तीन दिन पहले उसको घर लेकर आए, जबकि मनीषा प्रेमी के साथ रहने की जिद पर अड़ी रही।
बेटे के शव को बाबा के पास लिटा दिया
रविवार देर रात सुशील घर पर नहीं था। सुशील के पिता फूल सिंह यादव छत पर लेटे थे। इसी खुन्नस में मनीषा ने अपने चार साल के बेटे अनिरुद्ध की गले में पड़ी ताबीज के धागे से गला कर कसकर हत्या कर दी। इसके बाद उसके चेहरे को दांतों से चबा डाला। बेटे की हत्या करने बाद मनीषा ने बेटे के शव को छत पर बाबा के साथ लिटा दिया। उसके शव को चादर से ढक दिया और नीचे आकर खाना बनाने लगी।
महिला ने हत्या की बात कबूल की
बाबा फूल सिंह को कुछ देर बाद शक हुआ। उन्होंने चादर हटाकर देखा तो बच्चे में किसी तरह की हलचल नहीं थी। उन्होंने शोर मचाया तो ग्रामीण इकट्ठा हो गए। ग्रामीणों ने बच्चे को मृत पाया। सूचना पर पहुंची पुलिस और फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस ने मनीषा को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में उसने बेटे की हत्या की बात कबूल कर ली।
बेटा बना था प्रेम संबंधों में बाधा
रविवार को रिश्तों को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। प्रेमी के प्यार में अंधी मां ने बाधा बने चार साल के इकलौते बेटे को मौत के घाट उतार दिया। मनीषा एक महीने पहले गांव के प्रेमी के साथ भाग गई थी। परिवार के साथ गांव वालों ने बेटे की दुहाई देते हुए दबाव बनाया तो मनीषा तीन दिन पहले गांव लौट आई। इसके बाद भी मनीषा प्रेमी संग रहने की जिद पर अड़ी थी, लेकिन बेटा उसकी चाहत के आड़े आ रहा था।