छात्र आरिस की हत्या पर अभिभावक संघ ने जताई नाराजगी
– महर्षि विद्या मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था पर खड़े किए सवाल
– किशोरी के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने की मांग
एएसडीएम को ज्ञापन सौंपते जिला अभिभावक संघ के पदाधिकारी।
फतेहपुर। महर्षि विद्या मंदिर के छात्र मो0 आरिस की पूर्व छात्रों द्वारा पीटकर हत्या किए जाने के मामले में जिला अभिभावक संघ ने नाराजगी का इजहार किया। जिलाधिकारी को एक शिकायती पत्र सौंपकर महर्षि विद्या मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था पर जहां सवाल खड़े किए वहीं छात्रों की सुरक्षा को पुख्ता किए जाने की मांग की। इसके अलावा बिंदकी कस्बे में एक किशोरी के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने की मांग की है।
जिला अभिभावक संघ के जिलाध्यक्ष दीपक कुमार डब्लू की अगुवई में पदाधिकारी कलेक्ट्रेट पहुंचे और डीएम को संबोधित एक ज्ञापन सौंपकर बताया कि 23 जुलाई को महर्षि विद्या मंदिर में छुट्टी के समय विद्यालय के ही तीन पूर्व छात्रों ने छात्र आरिस के ऊपर प्राण घातक हमला कर दिया था। जिससे वह अचेत होकर गिर गया था। विद्यालय प्रशासन ने समय रहते कोई कदम नहीं उठाया। छात्र की उपचार दौरान लखनऊ में मौत हो गई। जबकि नियमानुसार विद्यालय के गेट पर सुरक्षा की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए। जिसके चलते युवकों ने इतनी बड़ी घटना को अंजाम दे डाला। पूर्व में भी इस विद्यालय में इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं। कुछ दिन पूर्व जीटी रोड पर विद्यालय की बस रोक कर बस के अंदर चढ़कर छात्रों की पिटाई की गई थी। अभिभावक संघ ने कहा कि निजी विद्यालयों में बिना मान्यता प्राप्त छात्रावासों का संचालन हो रहा है। पूर्व में भी वहां मारपीट की घटनाएं हुई हैं। जिसे विद्यालय प्रशासन द्वारा दबा दिया गया। इसकी शिकायत जिला विद्यालय निरीक्षक व समाज कल्याण अधिकारी से की गई थी। इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस मामले में मांग किया कि छात्र आरिस की हत्या करने वाले पूर्व छात्रों पर कठोर कानूनी कार्रवाई किए जाने के साथ ही विद्यालय की सुरक्षा व्यवस्था की जांच कराई जाए। पांच सौ तक छात्र संख्या वाले विद्यालयों में एंबुलेंस व एक पैरामेडिकल स्टाफ अनिवार्य किया जाए। इस प्रकरण में लापरवाही बरतने वाले विद्यालय प्रशासन पर दण्डात्मक कार्रवाई की जाए। इसके अलावा कुंवरपुर रोड बिंदकी में एक सोलह वर्षीय किशोरी के साथ हुई सामूहिक दुष्कर्म की घटना में तीन आरोपियों को हिरासत में लिया गया है। इसका मुकदमा फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाए। परिवार की सुरक्षा सहित जीवन यापन की सुविधा प्रदान की जाए। इस मौके पर पुष्पेन्द्र यादव एडवोकेट, अवधेश यादव एडवोकेट, जगदीश प्रसाद मौर्य एडवोकेट, इन्द्रजीत सिंह यादव एडवोकेट, राकेश कुमार मौर्य एडवोकेट, उमेश कुमार मौर्य एडवोकेट भी मौजूद रहे।
