– डीएम के माध्यम से राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन, दण्डात्मक कार्रवाई की मांग
कलेक्ट्रेट में ज्ञापन सांैपते सर्व समाज के लोग।
फतेहपुर। शहर के आबूनगर रेड़इया स्थित मकबरे को कुछ अराजकतत्वों द्वारा मठ बताकर शहर के माहौल को बिगाड़ने के प्रयास पर सर्व समाज के लोग कलेक्ट्रेट पहुंचे और जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर राष्ट्रीय सम्पत्ति के संरक्षण, जनपद के अमन-चैन को बचाने के साथ ही दण्डात्मक कार्रवाई किए जाने की मांग की।
राष्ट्रपति को भेजे गए ज्ञापन में बताया कि शहर के आबूनगर रेड़इया स्थित गाटा संख्या 753 रकबा 1.7650 हे0 मकबरा मंगी राष्ट्रीय सम्पत्ति के नाम राजस्व अभिलेखों में दर्ज है। मकबरा का ताल्लुक मुगल कालीन इतिहास से है। जिसमें कई मजारे भी बनी हुई हैं। जिसकी देखभाल के लिए मुतवल्ली अबू हुरेरा पुत्र स्व0 मो0 अनीस नियुक्त हैं। जिनके द्वारा एक जनहित याचिका अवैध कब्जेदारों के विरूद्ध दर्ज की गई थी। जिसका निर्णय 19 जुलाई 2024 को पारित हुआ। 07 अगस्त को सोशल मीडिया व समाचार पत्रों के माध्यम से जानकारी प्राप्त हुई कि कुछ अराजकतत्व शहर का अमन-चैन बर्बाद करने पर अग्रसर हैं। मकबरे को मठ बताकर लोगों को गुमराह करके जनपद की गंगा-जमुनी तहजीब को खतम करके उपरोक्त मकबरे की जमीन को कब्जा करना चाहते हैं। जिनको तत्काल रोका जाए व विधिक दण्डात्मक कानूनी कार्रवाई की जाए। इस मौके पर बसपा के जिला प्रभारी संदीप जडेजा, मो0 आसिफ एडवोकेट, विवेक माथुरे, राजेश अंबेडकर, सुरेश राठी, धीरज बाल्मीकि, अशोक कोरी, डा0 हेमराज वर्मा, महेश मिश्रा, विनोद गौतम, मेवालाल गौतम, सुशील गौतम, सत्येन्द्र गौतम, अंकित गौतम, चन्द्रभान, एहसान अहमद, गाजी रहमान गनी भी मौजूद रहे।
