फतेहपुर जिले में पिछले तीन दिनों से हो रही भारी बारिश और तेज हवाओं ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। खेतों में खड़ी धान की पकी फसलें पानी में डूबने से पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं। फसलें खराब होने के कारण अब किसानों को कर्ज चुकाने की चिंता सता रही है।
धान की पकी फसलें पानी में डूबी हुई थीं। कुछ जगहों पर किसान कटी हुई फसल को घर ले जाने का प्रयास कर रहे थे। तेलियानी ब्लॉक के कोराई गांव में महिलाएं बारिश में भीगी धान की फसल को इकट्ठा करने में जुटी हुई थीं। किसान राजेश दीक्षित ने बताया कि उन्होंने एक बीघा खेत में शरबती धान और तीन बीघा खेत में ताज धान की बुवाई की थी। फसल कट चुकी थी, लेकिन अचानक बदले मौसम और बारिश के कारण पूरी फसल बर्बाद हो गई।
बारिश के कारण उनकी पूरी फसल भी बर्बाद हो गई
उन्होंने कहा कि धूप निकलने पर भीगे धान को सुखाने के बाद जो बचेगा, उसे घर पर खाने के लिए रखेंगे। इस बारिश से उन्हें करीब दो लाख रुपए का नुकसान हुआ है। एक अन्य किसान नीरज सिंह ने बताया कि उन्होंने आठ बीघा खेत में 644 नंबर के धान की बुवाई की थी। तेज हवा और बारिश के कारण उनकी पूरी फसल भी बर्बाद हो गई है, जिससे उन्हें लगभग चार लाख रुपए का नुकसान हुआ है।
थरियांव मौसम विभाग के वसीम खान ने जानकारी दी कि रविवार और सोमवार तक बारिश होने की संभावना है। शनिवार को बारिश नहीं हुई, लेकिन तापमान में 7 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। जिला कृषि अधिकारी नरोत्तम कुमार ने बताया कि शनिवार को बारिश न होने के कारण फसलों के नुकसान का आकलन करने के लिए एक टीम को सर्वे पर भेजा गया है। नुकसान का सही आंकड़ा रिपोर्ट आने के बाद ही बताया जा सकेगा।
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