– शिक्षा को प्रभावित करने वाले अष्टकारकों को धारण किए मां अष्टभुजा
मां अष्टभुजा की झांकी पेश करती छात्रा।
बिंदकी, फतेहपुर। मुख्यालय से लगभग 50 किलोमीटर दूर शिक्षा क्षेत्र खजुहा के गोधइया ग्राम में संचालित सरस्वती ज्ञान मंदिर विद्यालय जो ग्रामीण क्षेत्र पर शिक्षा और संस्कार की परिभाषा से युक्त, शिक्षा के क्षेत्र में एक उत्कृष्ट स्थान प्राप्त संस्थान द्वारा शरद नवरात्रि पर छोटे-छोटे बच्चों द्वारा शिक्षा को प्रभावित करने वाले आठ कारकों प्रभावी शिक्षक, छात्र-केंद्रित दृष्टिकोण, सामाजिक-आर्थिक वातावरण, सहयोगात्मक वातावरण, निरंतर मूल्यांकन, नवाचार को अपनाना, सुरक्षित और सहायक संस्थागत वातावरण और उचित सुविधाएं से विभूषित मां अष्टभुजी की आकृति द्वारा समाज को जागरूक करने का प्रयास किया गया। विद्यालय प्रबंधक आरके सिंह का कहना है अगर यह संपूर्ण सुविधा और वातावरण एक छात्र-छात्रा के लिए मिले तो निश्चित ही सफलता के पथ पर अग्रणी होगा। इसके विपरीत अगर वातावरण और व्यवस्थाएं नहीं मिलती हैं या अच्छा शिक्षक नहीं मिलता है तो छात्र छात्राओं का भविष्य अंधकारमय हो सकता है। इन सभी सामाजिक परिस्थितियों को दर्शाने के लिए नवरात्र के पावन अवसर पर मां अष्टभुजी के आठों हाथों में आठ प्रकार के कारकों को विभूषित किया गया है। और बच्चों के सामने समाज के सामने प्रस्तुत किया गया।
