मध्य प्रदेश के इंदौर से हनीमून के लिए मेघालय गए कारोबारी राजा रघुवंशी की शिलांग में हत्या के बाद लापता पत्नी सोनम 17 दिन बाद उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में एक ढाबे में मिली। मेघालय की डीजीपी आई नोंगरांग ने दावा किया कि सोनम ने ही सुपारी देकर पति राजा की हत्या कराई। मामले में सोनम (24) सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। राजा और सोनम 20 मई को हनीमून के लिए मेघालय गए थे। 23 मई को मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स के सोहरा इलाके में दोनों लापता हो गए थे। राजा का शव 2 जून को खाई में मिला था, जबकि सोनम लापता थी।
डीजीपी ने बताया कि सोनम को गाजीपुर पुलिस ने पकड़ा। यूपी के ललितपुर से आकाश राजपूत (19), इंदौर से विशाल चौहान (22) व राज कुशवाहा (21) और आनंद कुर्मी को (23) सागर से गिरफ्तार किया। आरोपियों ने कबूला कि सोनम ने ही हत्या के लिए सुपारी दी थी। मेघालय पुलिस की टीम सोमवार शाम गाजीपुर पहुंच गई। टीम ने सोनम से पूछताछ की लेकिन उसने कोई जानकारी नहीं दी।
उधर, मध्य प्रदेश के इंदौर से पति राजा रघुवंशी के साथ हनीमून पर मेघालय के शिलांग गई सोनम रघुवंशी का चेहरा देश के सामने तब आया, जब वह गाजीपुर जिले के नंदगंज के आंकुशपुर स्थित एक ढाबे से मिली। मेडिकल परीक्षण के दौरान बार-बार पानी पी रही थी लेकिन इस दौरान उसके चेहरे पर तनिक भी अफसोस नहीं था। हर किसी के मन में बस एक सवाल कौंध रहा था कि आखिरकार वह गाजीपुर कैसे पहुंची।
ढाबे के आसपास के लोगों में बस एक ही बात कौंध रही थी। कोई ट्रेन भी ऐसी नहीं है, जिससे वह स्टेशन पर उतरी होगी। वहीं वाराणसी की तरफ से ढाबे तक आने की बात भी लोगों के समझ से परे थी कि आखिरकार रात में सोनम किन परिस्थितियों में यहां तक पहुंची। बहरहाल पुलिस के कब्जे में आने और वन स्टॉप सेंटर तक पहुंचने के दौरान उसने पुलिस अधिकारियों से बात भी नहीं की। इधर मेडिकल कॉलेज के आपातकक्ष स्थित नवनिर्मित आईसीयू कक्ष में 40 मिनट के मेडिकल परीक्षण के दौरान स्वास्थ्य कर्मियों से बार-बार पानी की बोतल मांग कर अपनी प्यास बुझा रही थी।
चिकित्सकों का जवाब देने के बाद बेड पर सिर झुकाकर बैठ जा रही थी। इस दौरान उसने कई बार पानी पिया। आपात कक्ष में भर्ती मरीज और कार्य कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों को देख चेहरा झुकाकर निकली सोनम को देख लोग तरह- तरह की बात करने के साथ उसे इस कृत्य के लिए कोसते नजर आ रहे थे। महर्षि विश्वामित्र स्वशासी राजकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल में परिजनों का उपचार कराने पहुंचीं महिलाएं अपना दर्द भूलकर राजा रघुवंशी के पक्ष में बातचीत करती दिखाई पड़ी।
महिलाएं बार-बार सवाल उठा रही थीं कि जब साथ ना रहे के रहे तो आखिर काहे के विवाह कइलस…। महिलाएं सोनम रघुवंशी को बुरा-भला कहने से भी नहीं चूक रहीं थीं। उत्तर प्रदेश के एडीजी कानून और व्यवस्था अमिताभ यश ने बताया कि सोनम सोमवार तड़के वाराणसी-गाजीपुर मुख्य मार्ग पर स्थित काशी ढाबे पर मिली। उसने सुबह करीब तीन बजे परिजनों को फोन कर ढाबे पर होने के बारे में बताया। सोनम के परिजनों ने इसकी जानकारी इंदौर पुलिस को दी।
इंदौर पुलिस ने गाजीपुर पुलिस से संपर्क किया। ढाबा संचालक साहिल यादव ने बताया कि सोनम रविवार रात एक बजे आई थी। उसने परिजनों को कॉल करने के लिए फोन मांगा था। फोन पर वह लगातार रो रही थी। पुलिस सूत्रों का दावा है कि मेघालय में हनीमून के दौरान भी सोनम लगातार राज कुशवाहा के संपर्क में थी। मूल रूप से बिहार का रहने वाला राज सोनम के यहां ही काम करता था। दावा किया जा रहा है कि सोनम और राज के बीच प्रेम संबंध हैं।
मेघालय पुलिस ने कहा, अभी कहना मुश्किल है कि सोनम इतने दिनों तक कहां छिपी थी। हत्या का मकसद भी साफ नहीं है। शुरुआती जांच के अनुसार, राज और सोनम की इसमें मिलीभगत है। राज कुशवाहा मेघालय नहीं पहुंचा था, लेकिन वह अन्य तीन आरोपियों के संपर्क में था। सोमवार की देर रात सोनम को सीजेएम की अदालत में पेश किया गया, जहां अदालत ने तीन दिन की ट्रांजिट रिमांड मंजूर की है।
अब पुलिस उसे ट्रांजिट रिमांड पर लेकर मेघालय जा रही है। दूसरी तरफ, सोमवार की शाम सोनम का भाई गोविंद सहित कुछ परिजन गाजीपुर पहुंच गए। गोविंद ने बहन को निर्दोष बताया और मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग रखी। उन्होंने कहा कि मामले में बहन दोषी हो तो, उसे फांसी की सजा मिलनी चाहिए। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में राजा रघुवंशी के शरीर पर कई तीखे घावों की पुष्टि हुई है। सिर पर सामने और पीछे दो बड़े घाव थे। खाई में फेंकने से हड्डियां भी टूट गई थीं। पुलिस को घटनास्थल से ही हत्या में इस्तेमाल हथियार दाओ भी मिला।