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मजबूरी की कीमत: भूख से बेहाल बाप ने 40 हजार में बेटी को बेचा, रूला देगी कहानी

बेरोजगारी और गरीबी जो ना करा दे. इसी बेरोजगारी और आर्थिक तंगी से परेशान एक युवक ने अपनी ढाई साल की बेटी का सौदा कर लिया. उसने अपनी पत्नी की नजर बचाकर बेटी को ग्राहकों के हवाले भी कर दिया. थोड़ी देर बाद जब मां ने अपनी बेटी की खोजबीन की तो पूरे मामले का खुलासा हुआ. इसके बाद मां ने ही घटना की जानकारी पुलिस को दी. मामला बिहार के दानापुर में माल सलामी के भैंसानी टोला का है. सूचना मिलते ही हरकत में आई पुलिस ने आरोपी पिता को हिरासत में लेकर पूछताछ की और फिर उसकी ही पहचान पर नर्स को पकड़ा.

वहीं जब पुलिस ने नर्स से पूछताछ की तो पता चला कि बच्ची को सारण में रहने वाली दंपति ने खरीदा है. इसके बाद पुलिस ने सारण में दबिश देकर इस दंपति को भी अरेस्ट कर लिया है. पुलिस ने इनके पास से मासूम बच्ची को सही सलामत बरामद कर लिया है. पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है. पुलिस की गिरफ्त में बेटी बेचने के आरोपी पिता ने बताया कि वह काफी समय से बेरोजगार था. इसकी वजह से घर में आर्थिक तंगी आ गई थी और परिवार पालना मुश्किल हो गया था. इस संबंध में उसने दानापुर के निजी अस्पताल में कार्यरत नर्स से चर्चा किया था. उसने कहीं नौकरी दिलाने की गुहार की थी. नर्स ने भी भरोसा दिया था कि जल्द ही वह इस संबंध में कुछ करेगी. इसी बीच संयोग से उसकी पत्नी कुछ दिनों के लिए मायके चली गई.

आरोपी पिता ने पुलिस को बताया कि पत्नी की अनुपस्थिति में एक दिन नर्स ने उसे बुलाया और बेटी का सौदा करने का ऑफर दिया. उसने कहा था कि उसे अपनी ढाई साल की बेटी को बेचने पर 40 हजार रुपये मिल जाएंगे. नर्स ने उसे भावनात्मक ब्लैकमेल किया. कहा कि वह अपनी बेटी को ढंग से खिला-पिला नहीं रहा है. ऐसे में दूसरे परिवार में जाकर इस बच्ची का ठीक से पालन पोषण हो सकेगा. चूंकि वह परेशान तो था ही, इसलिए उसने इस सौदे को मान लिया और अपनी मासूम बेटी को नर्स के जरिए दंपति को सौंप दिया.

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