नई दिल्ली: अमेरिका भारत के झींगा किसानों और निर्यातकों के लिए सबसे बड़ा बाजार है। खरीदारों में वॉलमार्ट और क्रोगर जैसे अमेरिकी सुपरमार्केट चेन शामिल हैं। पिछले साल भारत से दुनियाभर में कुल सीफूड एक्सपोर्ट 7.4 अरब डॉलर था। इसमें झींगा यानी श्रिम्प एक्सपोर्ट की हिस्सेदारी 40% थी। लेकिन, अब इंडस्ट्री मुश्किल में है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से आयात पर पहले से ही 25% टैरिफ लगा दिया है। यह प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे ज्यादा है। इसके अलावा, रूस से तेल खरीदने के लिए भारत पर 27 अगस्त से 25% अतिरिक्त टैरिफ लगने वाला है। इसकी तुलना में इक्वाडोर पर बहुत कम 15% टैरिफ लगता है। यह अमेरिका को झींगा एक्सपोर्ट करने में भारत का मुख्य प्रतिद्वंद्वी है। ट्रंप के कदम से उसकी प्रतिस्पर्धा करने की ताकत बढ़ जाएगी।भारत के दक्षिणी तट पर वी. श्रीनिवास ने झींगा पालन करके दो दशक तक खूब तरक्की की। अब ट्रंप के 50% टैरिफ की धमकी के कारण कई किसान दूसरा काम करने की सोच रहे हैं। आंध्र प्रदेश से भारत का सबसे अधिक झींगा अमेरिका को भेजा जाता है। वहां के किसानों ने खारे पानी के तालाबों में अच्छी क्वालिटी का झींगा उगाने के लिए लाखों रुपये खर्च किए हैं। अब उन्हें भारी नुकसान हो रहा है। कारण है कि भारतीय निर्यातकों ने टैरिफ के झटके के बाद किसानों को दी जाने वाली दरों में लगभग 20% की कटौती कर दी है। इससे उनका सारा मुनाफा खत्म हो गया है।
