सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के प्रेस रजिस्ट्रार अनुभाग द्वारा नई नियमावली से समापन की ओर बढ़ रहे समाचार पत्र संपादकों ने लखनऊ स्थित पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) में हंगामा किया। जिसमें अपनी आजीविका बचाने के लिये संपादकों में एकजुटता दिखाई दी। और प्रकाशक समुदाय ने अपने हितों की रक्षा के लिये अंतिम लड़ाई लड़ने का संकल्प लिया है। इसी बीच इस हंगामे के पूर्व सुबह श्रमजीवी पत्रकार यूनियन एवं मान्यता प्राप्त पत्रकार एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर राजेश त्रिवेदी एवं महामंत्री श्री रमेश शंकर पांडेय ने यूपी के उप मुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक से उनके निवास पर मुलाकात कर समाचार पत्र प्रकाशकों की समस्याओं से उन्हें अवगत कराया। श्री रमेश शंकर पांडेय ने कहा कि यूपी के लघु एवं मध्यम समाचार पत्रों के प्रकाशक श्रमजीवी की श्रेणी में आते हैं। उनकी रोजी रोटी छीनकर उन्हें भिखारी बनाने की बजाय भारत सरकार को अपने “सबका साथ, सबका विकास” के नारे को सार्थक बनाया चाहिए।
