– ग्राम पंचायत में चकबंदी कराकर वन विभाग को नोटिस न दिए जाने के निर्देश देने की मांग
– कलेक्ट्रेट में ज्ञापन देने के लिए खड़े ग्रामीण।
फतेहपुर। तेलियानी विकास खण्ड की ग्राम पंचायत मिश्रामऊ के ग्रामीण बुधवार को कलेक्ट्रेट आए और वन विभाग पर घर गिराए जाने की नोटिस दिए जाने की बात कहकर डीएम को संबोधित एक शिकायती पत्र सौंपा। ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत में चकबंदी कराकर वन विभाग को नोटिस न दिए जाने के निर्देश देने की मांग की है। डीएम को दिए गए ज्ञापन में ग्रामीणों ने बताया कि वन विभाग द्वारा लगातार दो माह से नोटिस दी जा रही है जबकि उनके मकान लगभग सत्तर वर्षों से ज्यादा समय से बने हुए हैं। बताया कि वन विभाग ग्रामीणों को मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहा है। जिससे वह सभी मानसिक तनाव के शिकार होते जा रहे हैं। उन सभी को अब आत्महत्या के लिए मजबूर होना पड़ेगा। बताया कि वन विभाग ने पहले कुछ लोगों के धर पैसे लेकर नवनिर्माण कराया था। जिसका विरोध गांव के ही एक व्यक्ति ने किया था। जिससे उनकी कमी उजागर न हो इसलिए सभी ग्रामीणों को नोटिस देकर घर गिराने की धमकी दी जा रही है। वन विभाग ने ग्रामीणों के साथ धोखाधड़ी करते हुए पशुचर व ग्राम सभा की जमीन में दबंगई के बल पर अपना कब्जा करके बबूल लगवाकर कब्जा कर लिया है। अगर यही स्थिति रही तो ग्रामीण पलायन के लिए विवश हो जाएंगे। ग्रामीणों ने मांग किया कि ग्राम पंचायत में चकबंदी कराते हुए गांव की समस्याओं को खत्म करने के साथ ही वन विभाग को नोटिस न देने जाने के निर्देश दिए जाएं। इस मौके पर अनिल कुमार पाल, विश्वनाथ साहू, राममिलन दिवाकर, पुत्तन पाल, रामनाथ साहू, रमेश पासवान, सूरजदीन पासवान, राजू रैदास, धुन्नीलाल, यशोदा देवी, दरोगिया, रामरती, फूलचन्द्र, ओम प्रकाश, कैलाश, राममनोहर समेत तमाम ग्रामीण मौजूद रहे।
