बांदा। बुधवार को जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे ग्रामीणों ने पेयजल समस्या को लेकर जिलाधिकारी जे0 रीभा को लिखित शिकायतपत्र देकर पेयजल की समस्या को लेकर लिखित शिकायत पत्र दिया है, बता दें कि ग्राम पंचायत अछरौंड़ में पेयजल की गम्भीर समस्या नें अपनें पाँव पसारना आरम्भ कर दिया है । जिसकी वजह से ग्राम पंचायत के लोग इस चैत्र के मौसम में खेतों की कटाई से ज्यादा अपनें घरों में प्यास बुझानें के लिये पानी की व्यवस्था करनें में परेशान है । आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने कहा कि इस समस्या को लेकर ना तो ग्राम पंचायत स्तर पर प्रधान व सचिव को फुरसत है । और ना ही जिम्मेदार भूरागढ़ जल संस्थान को इस समस्या पर कोई असर पड़ रहा है । विगत पन्द्रह दिनों से ग्राम पंचायत अछरौंड़ के ऊपरी हिस्सों पर मौहल्ले बस्ती पर पानी नहीं पहुंच पा रहा है । ग्राम पंचायत में शुद्ध पेयजल के लिये तथाकथित तीन स्त्रोत हैं । जिनमें प्रमुखता से कुएँ,रिंगबोर व भूरागढ़ जल संस्थान से अछरौंड़ के लिये पेयजल की सप्लाई है । किन्तु पेयजल के स्त्रोंतो में रिंगबोर से सप्लाई होनें वाले पानी के स्टोर (CWR) पर गंदगी का अम्बार लगा है । जिसकी वर्षों से सफाई नहीं हुई और नियमित रूप से ब्लीचिंग पाउडर पानी पर नहीं डाला जाता है । जिसकी वजह से पानी से दुर्गंध व कीड़ों की समस्या उत्पन्न हो रही है । और दूसरी तरफ भूरागढ़ जल संस्थान से सप्लाई होनें वाली लाइनें चोक पड़ी है ।
जिससे कहीं पानी पहुंचता है,तो कहीं नहीं । एकलौते स्त्रोत कुएँ ही ग्रामीणों को जीवित किये हुए हैं ।
उसमें भी ग्रामीण सुबह तीन बजे जगकर कुओं पर पानी लेनें के लिये पहुंच जाते है । क्योंकि सुबह के बाद कुँओं का पानी भी अधिक उपयोग के कारण तलहटी पर चला जाता है । ग्रामीण प्यास से कराह रहे हैं । यह समस्या कोई नई समस्या नहीं है बल्कि ऐसी समस्या ग्राम पंचायत अछरौंड़ में प्रत्येक वर्ष गर्मी आरम्भ होते ही अपनें चरम सीमा पर पहुंच जाती है । ग्रामीणों की अधिकारियों के चौखटों पर चीख-चीखकर ना जानें कितनी गर्मी निकल गयीं । किन्तु अछरौंड़ की पेयजल समस्या का स्थायी समाधान नहीं हुआ । मांग है कि ग्रामीणों की पेयजल की समस्या का स्थायी समाधान करें व भूरागढ़ जल संस्थान को कठोरता के साथ आदेशित करते हुए CWR की सफाई के साथ भूरागढ़ जल संस्थान व अछरौंड़ स्थित रिंगबोर से नियमित रूप से जल की सप्लाई हो । जिससे ग्रामीणों की कम से कम यह गर्मी तो शान्ति व शुकून से बीते । इस मौके पर विमल द्विवेदी,रामजी द्विवेदी व घासीराम निषाद मौजूद रहे ।