फतेहपुर। श्री अनुरागेश्वर महादेव मंदिर में चल रही भागवत कथा के विराम दिवस पर भागवत भूषण गोपाल द्विवेदी ने भगवान श्रीकृष्ण के विवाहों का वर्णन करते हुए बताया कि भगवान संसार के पति है क्योंकि पालन करने वाला ही पति होता है। सुदामा चरित्र में कहा कि सुदामा के जीवन मे संतोष था। प्रत्येक मानव मात्र के जीवन मे संतोष होना अति आवश्यक है। तभी हम जीवन में सुख का अनुभव कर सकते है। सुदामा की पत्नी सुशीला निर्मल बुद्धि का स्वरूप है। जब हमारी निर्मल बुद्धि होती है तो वो हमें भगवान की ओर प्रेरित करती है, तब हम सुदामा की तरह धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष को समर्पित करते है। भगवान की हमारे ऊपर असीम कृपा होती है। कथा के विराम दिवस में परीक्षित अनुराग नारायण उर्फ पुत्तन मिश्र व उनकी पत्नी मिथला मिश्रा, जयनारायण शर्मा, अजय मिश्र, अनुपम मिश्र, सिद्धार्थ सिंह, अनुज मिश्र, रमेश मौर्य, बब्लू शुक्ल, नारायण दीक्षित, विजय पाल सोनी, राजेश द्विवेदी, अनुराग सिंह, विष्णु पांडेय, रवि शर्मा, विकास सिंह आदि अनेक श्रद्धालुओं ने भागवत भगवान का पूजन और आरती श्रद्धा से किया। कल (आज) हवन पूजन व विशाल भंडारे का आयोजन होगा।