जनता को धोखा देना भाजपा का धंधा -भगवान से बड़ा कोई नहीं…न हम, न मुख्यमंत्री ट्रस्ट नहीं भाजपा के लोग तैयार कर रहे मेहमानों की सूची

“भगवान जिसको बुलाएंगे। वह अपने आप दौड़ा चला जाएगा। भगवान कब किसको बुला लें यह किसी को भी नहीं पता। भगवान अगर बुलाएंगे तो हम जाएंगे।” सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में निमंत्रण न मिलने पर कही।

अखिलेश यादव मंगलवार को सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के जन्मदिन पर आयोजित रक्तदान शिविर कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। यह शिविर लखनऊ के शताब्दी हॉस्पिटल के ब्लड बैंक में लगाया गया था।

अखिलेश बोले- ट्रस्ट नहीं भाजपा तैयार कर रही मेहमानों की सूची
अखिलेश ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए कहा, “भगवान से बड़ा कोई नहीं हो सकता है ना हम, ना अपने मुख्यमंत्री। सीएम कह रहे हैं कि विपक्ष के नेताओं को भगवान का बुलावा नहीं मिला। सीएम को ऐसी बातें शोभा नहीं देती।” उन्होंने कहा, ”इसका मतलब तो ये है कि ट्रस्ट की जगह भाजपा के लोग खुद ही सूची तैयार कर रहे हैं। वही तय कर रहे हैं कि कौन मुख्य अतिथि, होगा और कौन नहीं होगा।”

किसी को नहीं पता, भगवान कब किसको बुला लें
अखिलेश ने कहा, ”यह बात सही है कि भगवान कब किसको बुला लें, यह किसी को नहीं पता। भाजपा के लोग तो भगवान के इतने करीब हैं। क्या वे बताएंगे कि उन्हें भगवान कब बुलाएंगे? इसकी तारीख क्या उन्हें पता है? भगवान के कार्यक्रम में किसी को हस्तक्षेप करने का अधिकार नहीं है।”

स्वामी प्रसाद को राम मंदिर में वाल्मीकि समाज का पुजारी बनाने की मांग
इससे पहले देवरिया पहुंचे सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने अयोध्या में बने नए एयरपोर्ट को लेकर भी प्रतिक्रिया दी। स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, अयोध्या में महर्षि वाल्मीकि के नाम पर एयरपोर्ट बनना स्वागत योग्य है। उन्होंने राम मंदिर में वाल्मीकि समाज का पुजारी बनाए जाने की भी मांग की।

जब उनसे राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में जाने को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अगर प्राण प्रतिष्ठा का आमंत्रण पत्र मिलेगा, तो जाने पर विचार करेंगे। उन्होंने सुभासपा अध्यक्ष और पूर्व मंत्री ओम प्रकाश राजभर को सलाह देते हुए कहा कि वह अपना आकलन करें समाजवादी पार्टी की चिंता ना करें।

वहीं, इस मौके पर कंबल भी बांटे गए। अखिलेश यादव ने कहा कि इस बिल्डिंग के निर्माण की शुरुआत नेता जी ने की थी। सपा सरकार ने इसका निर्माण का कार्य पूरा किया। अपने मुख्यमंत्री काल में उन्होंने एक ब्लड डोनेशन की मोबाइल वैन भी दी थी। जिससे आज भी रक्त संग्रह का काम चल रहा है।

जनता को धोखा देना भाजपा की पुरानी आदत 

अयोध्या में राम मंदिर उद्घाटन का न्योता नहीं मिलने को लेकर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव भाजपा पर लगातार हमलावर हैं। शनिवार को उन्होंने एटा में कहा था भाजपा वाले धर्म का इस्तेमाल राजनीति में पहले दिन से करते आए हैं। जनता को धोखा देना एक तरह से इनका व्यवहार समझ लें, धंधा समझ लें, इनका कार्यक्रम समझ लें या इनकी रणनीति समझ लें।

धर्म से राजनीति करने का तरीका इनकी रणनीति का हिस्सा है। इन्होंने इकाना स्टेडियम का नाम बदल दिया, ये भगवान विष्णु का नाम है। जो भगवान का नाम बदल सकता है, वो एयरपोर्ट का नाम क्या, कुछ भी कर सकता है।

उन्होंने कहा था, ये बहुत कमजोर लोग हैं बीजेपी के। ये ताकतवर इसलिए दिख रहे, क्योंकि ये सरकार इनके साथ है। ये सरकार से अन्याय करा रहे हैं। इनका साथ मीडिया वाले दे रहे हैं। क्या बीजेपी में अपराधी नहीं हैं, क्या बीजेपी के लोग जमीन कब्जा नहीं कर रहे हैं। जो लोग आरोप लगाते थे कि एक ही लोगों की सरकार चलती है, ये सपा पर आरोप लगाते थे, अब खुद वही कर रहे।

 

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