जयपुर में हार्डवेयर-सेनेटरी बिजनेसमैन की पत्नी को बंधक बनाकर नौकरों ने 1.50 करोड़ के गहने लूट लिए। विरोध करने पर महिला को बदमाशों ने चाकू भी मारा है। घटना सोमवार शाम 7.30 बजे के करीब विद्याधरनगर इलाके के अंबाबाड़ी में हुई। एडीसीपी (नॉर्थ) बजरंग सिंह शेखावत ने बताया- अंबाबाड़ी के रहने वाले देवेन्द्र अग्रवाल की न्यू आतिश मार्केट (मानसरोवर) में हार्डवेयर-सेनेटरी की दुकान है। सोमवार को देवेंद्र सीकर गए हुए थे। बेटा दुकान पर था। घर में देवेंद्र की पत्नी ज्योति अकेली थीं। शाम को घर में बने मंदिर में पूजा कर रही थीं। इस दौरान नौकर इंद्रजीत और उसके दो साथियों ने तौलिए से ज्योति का मुंह दबाकर हाथ-पैर बांध दिए।
उन्होंने ज्योति को फर्श पर गिरा दिया। इंद्रजीत और अशोक ने ज्योति को धमकाया। तीसरे बदमाश ने तिजोरी का लॉक तोड़कर गहने निकाल लिए। ज्योति ने विरोध किया तो उसके हाथ पर चाकू मार दिया। लूट के बाद तीनों फरार हो गए। ज्योति चिल्लाई तो आवाज सुनकर पड़ोस में रहने वाला देवर घर पहुंचे। उन्होंने ज्योति को बंधन से मुक्त किया। एडीसीपी (नॉर्थ) बजरंग सिंह शेखावत ने बताया- परिवार ने डेढ़ महीने पहले इंद्रजीत को नौकर रखा था। उसका पुलिस वैरिफिकेशन नहीं कराया था। इंद्रजीत मधुबनी (बिहार) का रहने वाला है। उसने डेढ़ महीने में घर की रेकी की।
इसके बाद इंद्रजीत ने ही वारदात से एक दिन पहले अशोक नाम के व्यक्ति को घर में नौकर रखवाया था। वारदात में अशोक भी शामिल था। वह लंगड़ाकर चलता है। दोनों नौकरों ने अपने तीसरे साथी को वारदात के वक्त ही घर में बुलाया था। नौकरों ने तिजोरी के अलावा किसी चीज को हाथ नहीं लगाया। बदमाशों ने 15 मिनट में वारदात को अंजाम दिया। इसके बाद सीकर रोड पर खड़े ऑटो रिक्शा में बैठकर फरार हो गए। पुलिस ने इंद्रजीत का मोबाइल ट्रेस किया। उसकी आखिरी लोकेशन कानोता (जयपुर) के पास मिली। इसके बाद उसने मोबाइल स्विच ऑफ कर दिया। वारदात के लिए उसका साथी पैदल ही आया था। एडीसीपी शेखावत ने बताया- वारदात की सूचना विद्याधरनगर थाना पुलिस को दी गई। पुलिस ने ज्योति का प्राथमिक उपचार कराया। नौकरों की तलाश में घटनास्थल के आस-पास लगे CCTV फुटेज को खंगालना शुरू किया। एफएसएल टीम को बुलाकर सबूत जुटाए।