उत्तर प्रदेश के कानपुर की काकादेव कोचिंग मंडी में शिक्षक और छात्रा के बीच का एक सीसीटीवी फुटेज कोचिंग संचालक के हाथ लगा है, जिसके बाद कोचिंग संचालक ने स्वयं काकादेव पुलिस को शिक्षक के खिलाफ तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया है. आपको बता दें कि कानपुर के काकादेव इलाके में कोचिंग मंडी का हब है. यहां पर दूर-दूर से आकर बच्चे एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी करते हैं. कई नामी गामी कोचिंग भी इसी इलाके में हैं.
कोचिंग में छात्र के साथ छेड़खानी करते हुए शिक्षक का एक सीसीटीवी जब कोचिंग संचालक आशीष श्रीवास्तव के हाथ लगा तो उन्होंने इसकी शिकायत काकादेव पुलिस से की है. उनका कहना है कि शिक्षण संस्थानों में ऐसे शिक्षकों के लिए कोई जगह नहीं है. सीसीटीवी देखने के बाद आशीष श्रीवास्तव ने दूसरे समुदाय के बायोलॉजी पढ़ाने वाले टीचर पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
उन्होंने आशंका जताई है कि साहिल कोचिंग में आने वाली हिंदू लड़कियों पर गलत निगाह रखता था. कोचिंग संचालक आशीष श्रीवास्तव ने घटनाक्रम को बताते हुए कहा कि 2 दिन पहले उनकी आई एंड आई कोचिंग के बाहर एक लिफाफा उन्हें पड़ा हुआ मिला. उस पर आशीष श्रीवास्तव नाम लिखा था.
इसमें एक पेन ड्राइव उनको मिली पेन ड्राइव को प्ले करने के बाद उन्होंने जब संस्थान के सीसीटीवी फुटेज में वहां पर बायोलॉजी पढ़ने वाले साहिल सिद्दीकी के द्वारा एक छात्र से अश्लील हरकतें करते हुए देखा. उनके पैरों तले जमीन खिसक गई. आशीष का कहना था कि साहिल सिद्दीकी के खिलाफ इस तरह की पहले भी शिकायतें आई थीं लेकिन कोई सबूत न होने के कारण वह अभी तक शिकायतों को अनदेखा करते रहे.
सीसीटीवी फुटेज में साहिल की हरकत देखकर वह दंग रह गए और तत्काल बुलाकर उसे अपनी कोचिंग से निष्कासित कर दिया. आशीष श्रीवास्तव ने साहिल सिद्दीकी के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इसकी हरकतों से ऐसा उन्हें कई बार लगा कि वह कोचिंग में हिंदुओं लड़कियों को गलत तरह के मैसेज करके उन्हें टारगेट करता है. सिर्फ जानकारी आई किसी ने उनसे किसी ने कोई शिकायत नहीं की.
जिसके चलते कार्रवाई नहीं हो सकी. आशीष आरोपी टीचर साहिल के बारे में बताते हुए कहते हैं कि साहिल की महीने की कमाई लाखों में थी उसके बावजूद वह किराए के मकान मे रहता था. समय-समय पर मकान भी बदलता रहता था.