-मानव एकता दिवस – निष्काम सेवा का अनुपम संकल्प
बांदा। गुरूवार को मानव एकता दिवस के अवसर पर संत निरंकारी सत्संग भवन, शास्त्री नगर, अलीगंज, बांदा में, संत निरंकारी मिशन की सामाजिक शाखा संत निरंकारी चैरिटेबिल फाउंडेशन के तत्वाधान में सत्संग समाप्ति के बाद एक विशाल स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन प्रातः 9.30 बजे से दोपहार 2.00 बजे तक क्षेत्रीय संचालक डा0 सुरेश सिहं जी की देखरेख में सम्पन्न हुआ। जिसमें निरंकारी सेवादल एवं श्रद्धालु भक्तों द्वारा 60 यूनिट रक्तदान उत्साह पूर्वक किया। यह रक्दान शिविर शहर बांदा के अलावा झांसी, ललितपुर, मऊरानीपुर, हमीरपुर, महोबा, चित्रकूट आदि सत्संग भवनों में भी आयोजित किये गये। एवं इस अवसर पर इन सभी ब्रांचों में सत्संग कार्यकम आयोजित किये गये। रक्त संग्रह करने हेतु जिला चिकित्सालय बांदा के योग्य चिकित्सकों की टीम समस्त उपकरणों सहित इस पुनीत कार्य में उपस्थित रहे।
प्रेम और भाईचारे की भावना को उजागर करता ‘मानव एकता दिवस निरंकारी मिशन द्वारा प्रति वर्ष 24 अप्रैल को बाबा गुरबचन सिंह जी की पावन स्मृति में श्रद्धा और आध्यात्मिक भावनाओं से परिपूर्ण वातावरण में आयोजित किया जाता है। यह दिन केवल पुण्य स्मरण का अवसर नहीं, अपितु मानवता, सौहार्द और एकत्व की भावनाओं का एक आत्मिक संगम है। मानव एकता दिवस के अवसर पर मिशन द्वारा देशभर में रक्तदान की प्रेरक श्रृंखला आरंभ होती है, जो निःस्वार्थ सेवा भावना की सामूहिक जागृति का स्वरूप बनकर पूरे वर्ष समाज में प्रवाहित होती रहती है। इसके साथ ही सत्संग कार्यक्रमों के माध्यम से प्रेम, शांति और समरसता का प्रकाश भी जन-जन तक पहुँचाया जाता है। यह दिन इस बात का परिचायक है कि सेवा केवल एक कार्य नहीं, अपितु निष्काम समर्पण का आत्मिक भाव है। इस वर्ष भी, संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन द्वारा पूरे भारतवर्ष की लगभग 500 से अधिक ब्रांचों पर भव्य रक्तदान शिविरों की अविरल शृंखला आयोजित की गई। दिल्ली स्थित ग्राउंड नंबर 8, निरंकारी चौक बुराड़ी में आयोजित हुआ रक्तदान शिविर विशेष रूप से केंद्र बिंदु रहा, जहाँ श्रद्धालु अधिक संख्या में सम्मिलित हुए। सभी ने पूर्ण उत्साह और समर्पण के साथ स्वेच्छा भाव से रक्तदान कर मानव कल्याण में अपना सहयोग दिया। यह महाअभियान केवल रक्तदान नहीं, बल्कि सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज की करुणा, सेवा और एकत्व के संदेश को जीवन में उतारने का सजीव माध्यम है जो हमें सिखाता है कि मानवता ही सर्वोच्च धर्म है। इसी प्रेरणा से प्रेरित संत निरंकारी मिशन, सेवा और समर्पण के पथ पर निरंतर मानवता का मार्ग प्रशस्त कर रहा है।