– मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सड़क नहीं, संभावनाओं का गलियारा बन रहा है यूपी
– 100 की रफ्तार पर भी गाड़ी में पानी की एक बूंद नहीं छलकती, गुणवत्ता की मिसाल बना एक्सप्रेसवे
लखनऊ/गोरखपुर: उत्तर प्रदेश की धरती पर अब विकास की रफ्तार सिर्फ बातों में नहीं, बल्कि धरातल पर साफ दिखाई देती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश ‘उत्तम प्रदेश’ बनने की ओर तेजी से अग्रसर है। इस बदलाव की सबसे दमदार तस्वीर है – गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे, जिसे देखकर हर कोई कह रहा है – “वाह! यह है नया उत्तर प्रदेश”।
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे – विकास की रफ्तार का प्रतीक
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर यदि कोई वाहन 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से भी दौड़ता है, तो उसमें रखे गिलास का पानी तक नहीं हिलता। यह एक्सप्रेसवे सिर्फ एक सड़क नहीं, बल्कि यूपी में निर्माण गुणवत्ता की नई परिभाषा बन चुका है।यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर को लखनऊ, वाराणसी और प्रयागराज जैसे बड़े शहरों से जोड़ने का सीधा और सुलभ मार्ग बना रहा है। इससे न सिर्फ पूर्वांचल के आर्थिक विकास को पंख लगेंगे, बल्कि कृषि, व्यापार, पर्यटन और रोज़गार के नए द्वार भी खुलेंगे।
गौर करने योग्य आंकड़े:
कुल लंबाई 91.352 किलोमीटर
अनुमानित लागत ₹5,876 करोड़
निर्माण एजेंसी UPEIDA (उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण)
प्रस्तावित पूर्णता जून 2025 (90% कार्य पूर्ण)जिले गोरखपुर, संत कबीर नगर, अंबेडकरनगर, आज़मगढ़,डिज़ाइन रफ्तार 120 किमी/घंटा जोड़ता है पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से सीधा लिंक,सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पूर्वांचल, बुंदेलखंड, गंगा, बलिया और बृज क्षेत्र तक एक्सप्रेसवे नेटवर्क बिछाया जा रहा है। यह रणनीति प्रदेश में लॉजिस्टिक हब, औद्योगिक कॉरिडोर और मल्टी-नॉडल कनेक्टिविटी को बल दे रही है।
मुख्यमंत्री का स्पष्ट विजन:
“हर सड़क सिर्फ गाड़ी चलाने के लिए नहीं, बल्कि विकास और आत्मनिर्भरता की राह है।”
क्या मिलेगा इस एक्सप्रेसवे से?
कार्गो और व्यापार के लिए सुलभ मार्ग, किसानों को मंडी और बाजार से जोड़ा जाएगा, स्थानीय लोगों को हज़ारों रोजगार, पर्यटन और धार्मिक स्थलों तक आसान पहुंच, एम्बुलेंस और आपात सेवाओं के लिए फास्ट ट्रैक, निवेशकों का भरोसा बढ़ा, FDI में तेजी हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें एक व्यक्ति 100 की रफ्तार से गाड़ी चला रहा था और उसके डैशबोर्ड पर रखा गिलास पानी से लबालब था — लेकिन पानी की एक बूंद भी नहीं छलकी। यह वीडियो एक्सप्रेसवे की मक्खन जैसी सड़क की गवाही बन गया है।
उत्तर प्रदेश अब बदल रहा है — अंधेरे से उजाले की ओर, अव्यवस्था से सुव्यवस्था की ओर, और सामान्य से ‘उत्तम प्रदेश’ की ओर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी में न सिर्फ एक्सप्रेसवे बन रहे हैं, बल्कि भविष्य की नई नींव रखी जा रही है।यह सिर्फ रफ्तार नहीं, विश्वास की कहानी है।यह सिर्फ गाड़ी नहीं, उत्तर प्रदेश की नई उड़ान है।