कृषक प्रशिक्षण को संबोधित करते वक्ता।
फतेहपुर। मेरा रेशम, मेरा अभिमान अभियान के अंतर्गत एरी क्षेत्रीय विस्तार केंद्र (आरईसी) फतेहपुर एवं राज्य रेशम विभाग के संयुक्त तत्वावधान में विजयीपुर ब्लॉक के इटोलिपुर गांव में एक दिवसीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम केंद्रीय रेशम बोर्ड लाहदोईगढ़, जोरहाट के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ, जिसका उद्देश्य एरी रेशमकीट पालन की तकनीकों से किसानों को प्रशिक्षित करना था। प्रशिक्षण में चॉकी व परवर्ती अवस्था के कीट पालन, स्वच्छता और कीटाणुनाशक उपयोग की जानकारी दी गई। 84 एरी कृषकों और ग्रामीण प्रतिभागियों ने इसमें भाग लिया। तकनीकी सत्रों का संचालन डॉ. डी. के. जिज्ञासु, श्री एस. पी. निगम, श्री वी. के. सक्सेना और श्री राम जीवन द्वारा किया गया। प्लेटफॉर्म पालन तकनीक, चूने की धूल का प्रयोग, तथा बीज उत्पादन हेतु अरण्डी पत्तियों की कटाई का व्यावहारिक प्रदर्शन रहा। गौरतलब है कि यह अभियान देश भर के 120 जिलों में चल रहा है, जिसमें उत्तर प्रदेश के छह जिले शामिल हैं। एरी रेशम प्रसार के लिए प्रदेश में फतेहपुर को मुख्य रूप से इस अभियान के लिए चुना गया है। प्रदेश में कानपुर नगर और देहात एरी रेशम उत्पादन में 38.89 प्रतिशत योगदान देते हैं, जबकि फतेहपुर, चित्रकूट और जालौन जैसे जिलों में उत्पादन बढ़ाने की संभावनाएं प्रबल हैं।
