शिमला: हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले में बुधवार रात 10 बजे बादल फट गया। इससे रामपुर के दरशाल नाले में बाढ़ आ गई। जिस वजह से तकलेच बाजार में रातभर अफरा-तफरी मची रही। बाजार में लोगों को रात में ही सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाया गया। यह घटना रामपुर के दरशाल क्षेत्र में हुई। नाले में बादल फटने से जान व माल दोनों का नुकसान नहीं हुआ। वहीं आज सुबह शिमला में यूएस क्लब के पास एनवायरमेंट साइंस एंड टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट की बिल्डिंग पर देवदार का बड़ा पेड़ गिर गया। इससे भवन की छत को काफी नुकसान पहुंचा है। अच्छी बात यह रही कि सुबह के वक्त दफ्तर में कोई मौजूद नहीं था। पेड़ गिरने से दफ्तर के बाहर पार्क एक गाड़ी को भी हल्का नुकसान पहुंचा है।
बीती रात को फिर से भारी लैंडस्लाइड हुआ: बीते 24 घंटे के दौरान नयना देवी में सबसे ज्यादा 92.6 मिलीमीटर बारिश हुई। रायपुर मैदान में 81.6 मिलीमीटर, पच्छाद 75.1, कांगड़ा 62.5, धर्मशाला 42.5, नादौन 32.6, कसौली 32.5, नंगल डैम में 26.2 मिलीमीटर बारिश हुई। भारी बारिश से चंडीगढ़-मनाली फोरलेन लगभग 40 घंटे बाद बहाल हो गया है। दवाड़ा के बाद झलोगी के पास बीती रात को फिर से भारी लैंडस्लाइड हुआ। इससे हाईवे दोनों जगह बंद हो गया था। दोपहर 12 बजे दोनों जगह हाईवे को बहाल कर दिया गया है। हालांकि मौके पर अभी भी पहाड़ी से पत्थर गिरने का खतरा बना हुआ है। दवाड़ा में पहाड़ी से बड़ी-बड़ी चट्टानें गिरने से फोरलेन के फ्लाईओवर ब्रिज को भी नुकसान हुआ है। वहीं हाईवे बंद रहने से आज दोपहर 12 बजे तक सैकड़ों वाहन सड़क किनारे फंसे रहे। खाने-पीने के लिए आसपास होटल-ढाबों की भी व्यवस्था नहीं थी। इसे देखते हुए स्थानीय प्रशासन के सहयोग से लोकल लोगों ने सड़क किनारे फंसे लोगों के लिए लंगर दिया।