उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के छपरौली क्षेत्र से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। एक मदरसे में मुफ्ती द्वारा पिटाई किए जाने से नाराज एक 14 वर्षीय किशोरी ने उसके 11 माह के बेटे को बेड में बनी संदूक में कथित रूप से छिपा दिया, जिससे दम घुटने से बच्चे की मौत हो गई। पुलिस सूत्रों ने यह जानकारी दी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, छपरौली थाना क्षेत्र के टांडा गांव में स्थित एक मदरसे में यह घटना हुई। मदरसे में पढ़ने वाली किशोरी को करीब एक सप्ताह पहले मोबाइल फोन रखने और सबक (पाठ) याद नहीं करने पर मुफ्ती शहजाद ने पीटा था। इस पिटाई से किशोरी इतनी आहत हुई कि उसने बदला लेने की ठान ली। शनिवार रात को छात्रा ने मुफ्ती के गोद लिए गए 11 माह के बेटे तलहा को कमरे में रखे बेड के संदूक में बंद कर दिया। कुछ ही देर में दम घुटने के कारण बच्चे की मौत हो गई। रविवार सुबह जब तलहा के परिजन उसकी तलाश कर रहे थे, तो बेड से दुर्गंध आने पर उसे खोला गया। अंदर तलहा का शव बरामद हुआ, जिससे परिवार में कोहराम मच गया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मदरसे में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई, जिसमें किशोरी की हरकत स्पष्ट दिखाई दी। इसके बाद किशोरी को हिरासत में ले लिया गया और उससे पूछताछ शुरू की गई। पूछताछ के दौरान छात्रा ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया और बताया कि मुफ्ती की पिटाई से आहत होकर उसने यह कदम उठाया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

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