“बिहार का काला सच: 10 से 100 रुपये में लड़कियों का बिकता जिस्म, दरिंदों की दरिंदगी ने जीबी रोड की दास्तां भी पीछे छोड़ी”

 

Bihar Red Light Area: रेड लाइट एरिया! ये वो बदनाम गालियां हैं जहाँ मासूमों को हवस का शिकार बनाया जाता है। और एक बार नहीं बल्कि कई बार उन्हें  हवस का शिकार बनाया जाता है। जैसा की आप सभी जानते हैं कि, किसी भी शहर का रेड लाइट एरिया काफी बदनाम माना जाता है। अपनी छवि के कारण रेड लाइट एरिया हमेशा सुर्खियों में रहता है। भारत के लगभग सभी राज्यों में कई रेड लाइट एरिया होते हैं। आज हम आपको बिहार के रेड लाइट एरिया के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके बारे में शायद ही किसी को पता होगा।

बिहार का मशहूर रेड लाइट एरिया

जी हाँ दिल्ली, यूपी या मुंबई में ही नेह बल्कि बिहार में भी रेड लाइट एरिया होता है। बिहार के मुजफ्फरपुर के शुक्ला रोड स्थित चतुर्भुज स्थान राज्य का सबसे बड़ा और सबसे पुराना रेड लाइट एरिया माना जाता है। इस जगह का इतिहास बरसों पुराना माना जाता है। एक ज़माने में बड़े-बड़े राजा-महाराजा अपने बच्चों को शिष्टाचार सिखांदे के लिए यहाँ भेजते थे, लेकिन समय के साथ हुनर और कला के मंदिर के रूप में मशहूर यह जगह वैश्यों का अड्डा बन गया।

10 रुपए में बेच देते हैं लड़की

यहाँ हर रोज़ बड़े पैमाने पर देह व्यापार होता है। इस धंधे को रोकने के लिए पुलिस कई बार यहाँ छापेमारी भी करती है, लेकिन इस धंधे में शामिल लोग बाज नहीं आते। पुलिस आए दिन यहाँ से लोगों को गिरफ्तार करती रहती है। बिहार के अरवल ज़िले में नाच-गाने की आड़ में देह व्यापार का धंधा भी खूब होता है। बिहार के अलावा ओडिशा, बंगाल और छत्तीसगढ़ समेत कई पड़ोसी राज्यों से गरीब परिवारों की लड़कियों को यहाँ लाया जाता है और उन्हें देह व्यापार के धंधे में धकेल दिया जाता है। यहाँ बिचौलियों और लड़कियों के परिजनों के बीच 10 रुपये से लेकर 100 रुपये तक के स्टाम्प पेपर पर नियम और शर्तें लिखी होती हैं।

About NW-Editor

Check Also

औरंगाबाद सोन नदी ने छीनी सांसें – नाव हादसे में कई मौतें, 6 लापता

  बिहार के औरंगाबाद से एक घटना सामने आई है, जहां नवीनगर प्रखंड के बड़ेम …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *