तकनीक पर अधिक भरोसा कभी-कभी खतरनाक साबित हो सकता है. इसका ताजा उदाहरण सहारनपुर के सरसावा इलाके में उस समय देखने को मिला जब गूगल मैप के जरिए रास्ता तलाश रहे मेरठ यूनिवर्सिटी के छात्रों की कार तालाब में जा गिरी. गनीमत रही कि कार सवार चारों दोस्तों ने सूझबूझ दिखाते हुए खिड़की से कूदकर अपनी जान बचा ली. इस दौरान कार देखते ही देखते तालाब में समा गई.
मेरठ की चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी के चार छात्र सूर्या, आदित्य, अनुज और आशुतोष अपनी कार से सहारनपुर जिले के अंबाला स्थित प्रसिद्ध मार्कंडेश्वर मंदिर जा रहे थे. रास्ता खोजने के लिए उन्होंने गूगल मैप का सहारा लिया. सरसावा इलाके से गुजरते हुए मैप ने उन्हें सिरोही पैलेस के बराबर वाले रास्ते की ओर मोड़ दिया. छात्रों ने सोचा कि यह रास्ता मंदिर तक जल्दी पहुंचाएगा, लेकिन थोड़ी ही दूरी आगे जाने पर कार सीधे तालाब में उतर गई.
कार तालाब में गिरते ही चारों छात्र घबरा गए. पानी लगातार कार के अंदर भरने लगा. ऐसी स्थिति में उन्होंने तुरंत कार की खिड़कियां नीचे की और किसी तरह बाहर निकलने में सफल रहे. इसके बाद छात्र मदद के लिए शोर मचाने लगे. शोर सुनकर दौड़े गांव वालों ने छात्रों को सुरक्षित बाहर निकाला. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. इसके बाद स्थानीय लोगों की मदद से क्रेन के जरिए कार को तालाब से बाहर निकाला गया.
एक छात्र ने बताया कि अगर वे कुछ देर और अंदर रहते तो एक बड़ा हादसा हो सकता था. गांव वालों की मदद से सभी छात्रों की जान बच बचा ली गई, नहीं तो उनकी मौत भी हो सकती थी. घटना के बाद से ही छात्र काफी घबराए हुए हैं. वह आगे से आंख मूंदकर गूगल मैप पर भरोसा न करने की बात कर रहे हैं.