गूगलमैप पर आंख बंद कर भरोसा करना कितना खतरनाक हो सकता है। इसकी बानगी कल रात भयावह हादसे के तौर पर सामने आई। चित्तौड़गढ़ जिले के राशमी थाना क्षेत्र में गूगल मैप पर निर्भरता ने एक परिवार की जिंदगी छीन ली। रात करीब 1 बजे भीलवाड़ा से लौट रहे इस परिवार की वैन गूगल मैप के बताए रास्ते पर चलते हुए बनास नदी की खतरनाक पुलिया पर जा पहुंची। अंधेरे में ड्राइवर को खतरा दिखाई नहीं दिया और वैन पुलिया पर चढ़ते ही गहरे गड्ढे में गिर गई।
वैन जैसे ही पानी में बहने लगी, उसमें बैठे लोग घबरा गए। कुछ ने तुरंत ऊपर चढ़कर अपनी जान बचाने की कोशिश की। इनमें से मदनलाल (25), हितेश (16), लीला (18), नौ माह का काव्यांश और नौ माह का आयांश को नाव के सहारे सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। लेकिन ममता (25), 6 साल की रुत्वी, 4 साल की खुशी और एक अन्य महिला तेज धारा में बह गई। बाद में खुशी का शव निकाला गया। जबकि बाकी तीन की तलाश जारी है।
पुलिस ने बताया कि अगर परिवार रास्ते में किसी से पूछता या स्थानीय लोगों की मदद लेता तो यह हादसा टल सकता था। गूगल मैप ने उन्हें ऐसे मार्ग पर मोड़ दिया जो लंबे समय से बंद था और जहां पानी का बहाव जानलेवा साबित हुआ।