– समाज के अंतिम पायदान में खड़े व्यक्तियों का भी लें सुझाव
– औद्योगिक प्रतिष्ठानों, व्यापारियों, किसानों, शिक्षकों, प्रबुद्धजनों ने साझा किए सुझाव
– कार्यक्रम के दूसरे दिन भाग लेतीं नोडल अधिकारी डा. सारिका व अन्य।
फतेहपुर। समर्थ उत्तर प्रदेश-विकसित उत्तर प्रदेश 2047 अभियान कार्यक्रम के दूसरे दिन विकास भवन सभागार एवं कलेक्ट्रेट स्थित महात्मा गांधी सभागार में संवाद एवं विचार गोष्ठी का आयोजन शासन की नामित नोडल अधिकारी एवं सचिव वित्त विभाग डॉ0 सारिका मोहन, सेवानिवृत्त आईपीएस डॉ0 वीरेन्द्र बहादुर सिंह, सेवानिवृत्त कृषि वैज्ञानिक डा0 हरज्ञान प्रकाश, वर्तमान आई.ई.एस. लक्ष्मीशंकर, जिलाधिकारी रविन्द्र सिंह, मुख्य विकास अधिकारी पवन कुमार मीना की उपस्थिति में किया गया।
डीएम रविन्द्र सिंह ने शासन की नामित नोडल अधिकारी, प्रबुद्धजनों को पौध, पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। कार्यक्रम में सूचना एवं जन संपर्क विभाग द्वारा बनाई गई लघु फिल्म विजन डॉक्यूमेंट 2047 का प्रदर्शन किया। विचार गोष्ठी में प्रबुद्धजनों ने कहा कि प्रधानमंत्री का जो विजन है, कि जब हम आजादी का शताब्दी वर्ष मना रहे होंगे तब हमारा देश विश्व पटल पर सशक्त और विकसित राष्ट्र के रूप में खड़ा होगा। इस परिकल्पना को साकार करने के लिए मुख्यमंत्री ने समर्थ उत्तर प्रदेश-विकसित उत्तर प्रदेश 2047 अभियान के माध्यम से लोगों के सुझावों/अनुभवों के जरिए आगामी 22 वर्ष की कार्य योजना बनाकर प्रदेश को विकसित राज्य बनाने का संकल्प लिया है। उस दिशा में हम सब लोग कार्य कर रहे है। इसमें जनभागीदारी बहुत ही आवश्यक है, क्योंकि जनभागीदारी के बिना एक बेहतर प्रदेश के निर्माण के बारे में परिकल्पना नहीं की जा सकती है। उन्होंने जनपद में विचार गोष्ठी एवं संवाद के माध्यम से जो समझा और जाना उस आधार आधार पर जनपद के समग्र विकास के लिए अपने बहुमूल्य सुझाव भी दिए। नोडल अधिकारी डॉ0 सारिका मोहन ने कहा कि देश को वर्ष 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए हमें एक विजन तैयार करना है कि हम आने वाली भावी पीढ़ी को कैसा जनपद, प्रदेश एवं देश देना चाहते है कि परिकल्पना को शासन तक आपके सुझावों के माध्यम से पहुंचाने के लिए अभियान शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि अधिकारी कार्य योजना बनाकर समाज के अंतिम पायदान में खड़े व्यक्ति के सुझावों को लें जिसको शासन स्तर तक पहुंचाया जा सके। विकसित भारत के विजन को साकार करने में सहयोग मिल सके। डीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश को विकसित राज्य बनाने के लिए जैसा हम उत्तर प्रदेश की परिकल्पना करते हैं उस आधार पर कार्ययोजना बनाकर लक्ष्य निर्धारित करते हुए कार्य करना होगा। इस अवसर पर प्रशिक्षु आईएएस नौशीन, अपर जिलाधिकारी न्यायिक, जिला विकास अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी, परियोजना निदेशक डीआरडीए, उपायुक्त उद्योग, डीसी एनआरएलएम, औद्योगिक प्रतिष्ठानों पदाधिकारियों, व्यापारियों, राज्य पुरस्कार प्राप्त शिक्षक व शिक्षिकाएं, कृषकों, स्वयंसेवी संगठनों, अधिकारियों सहित संबंधित उपस्थित रहे।
