छत्तीसगढ़ में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज बस्तर आ रहे हैं। वे जगदलपुर में बस्तर दशहरा की प्रमुख रस्म मुरिया दरबार में शामिल होंगे। इससे पहले वे शहर में मां दंतेश्वरी मंदिर पहुंचकर माता के दर्शन करेंगे। अमित शाह देश के पहले केंद्रीय गृहमंत्री हैं जो बस्तर दशहरा के किसी रस्म में शामिल होंगे। अमित शाह का यह दौरा इसलिए खास हो गया है क्योंकि वे आदिवासी समाज को फिर से साधते हुए नजर आएंगे। शाह पिछली बार 05 अप्रैल को दंतेवाड़ा में आयोजित बस्तर पंडुम में आए थे। उससे पहले 15 दिसंबर 2024 को जगदलपुर आए थे। उस वक्त वे बस्तर ओलंपिक के समापन में शामिल हुए थे।
Amit Shah visit CG: देश के पहले केंद्रीय गृहमंत्री बने अमित शाह
बस्तर ओलंपिक के मंच से उन्होंने नक्सलवाद को लेकर जो बातें कहीं थीं। उस पर पिछले 11महीने में व्यापक स्तर पर काम हुआ। उन्होंने तब कहा था कि सरेंडर ही विकल्प है और तब से अब तक 1500 से ज्यादा नक्सली अकेले बस्तर संभाग में सरेंडर कर चुके हैं। वहीं उन्होंने यह भी कहा था कि हिंसा होगी तो हमारे जवान निपटने के लिए तैयार हैं। इस बयान के बाद भी नक्सलियों का टॉप लीडर बसवा राजू समेत कई बड़े नक्सली मारे गए हैं।
उन्होंने एक बड़ा दावा उस वक्त करते हुए कहा था कि 2026 से बस्तर में कश्मीर से ज्यादा पर्यटक आएंगे और अब इस पर राज्य सरकार ने काम शुरू किया है। कहा जा रहा है कि बस्तर में शांति बहाली के प्रयासों के बीच अमित शाह फिर कोई बड़ा संदेश दे सकते हैं। वे दिल्ली से भी नक्सल खात्मे के अभियान की सतत मॉनिटरिंग करते हैं। ऐसे में शनिवार को वे जब लालबाग में बस्तर को संबोधित करेंगे तो कुछ खस बातें फिर सामने आ सकती है। कहा जा रहा है कि अमित शाह का यह दौरा फिर से बस्तर का मन जीतने वाला साबित होगा।
चप्पे-चप्पे पर फोर्स तैनात, शहर नो ड्रोन लाई जोन घोषित
अमित शाह के दौरे के दौरान शहर के एंट्री और एग्जिट प्वाइंट को भारी वाहनों के लिए सील किया जा रहा है। इसका मतलब स्पष्ट करते हुए पुलिस ने बताया कि शहर में कोई भी भारी वाहन सुबह 7 से शाम 5 बजे तक दाखिल नहीं होगा।दंतेश्वरी मंदिर से लालबाग तक के रुट को चार सेक्टर में बांटकर वाहनों की जांच की जाएगी, जिनके पास कार्यक्रम का पास होगा वे ही इस रुट पर चल पाएंगे। बाकी लोगों को जवानों के बताए अनुसार रास्ते पर चलना होगा। शाह के दौरे के बीच शहर में सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक ड्रोन उड़ाना भी पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा।
ब स्तर से देश को देंगे शांति और स्वदेशी का संदेश
अमित शाह मुरिया दरबार के अलावा बस्तर में हो रहे एक और खास आयोजन में शामिल होंगे। वे बस्तर में पहली बार वृहद स्तर पर लगे स्वदेशी मेले में शामिल होंगे। कहा जा रहा है कि यहां के मंच से ही देश को नक्सलवाद से शांति तक के प्रयास और स्वदेशी पर संबोधन देंगे। अमेरिका के टैरिफ के बीच बस्तर में पहली बार स्वदेशी को लेकर इस तरह का माहौल बनाया गया है। अमित शाह स्वदेशी से जुड़ी बड़ी बात भी कह सकते हैं।