एंबुलेंस में प्रसव के बाद बच्चे को सौंपते ईएमटी।
फतेहपुर। सोमवार की सुबह छह बजे ब्लॉक हथगाम के त्योंजा गांव निवासी अनिशा देवी 24 वर्ष को प्रसव पीड़ा हुई। जिसकी जानकारी उनके पति राम सिंह ने 102 एंबुलेंस को दी। मौके पर पहुंची एंबुलेंस गर्भवती महिला को अस्तपाल ले जाते समय रास्ते में तेज प्रसव पीड़ा बढ़ जाने पर ईएमटी प्रदीप कुमार ने सड़क किनारे एंबुलेंस खड़ी करके अपनी सूझबूझ के साथ व परिजनो के माध्यम से सुरक्षित प्रसव कराया। जच्चा बच्चा को सुरक्षित जिला अस्पताल में भर्ती कराया। वहीं दूसरी ओर हसवा ब्लॉक की सलेमपुर गांव निवासी रीना देवी ने 102 एंबुलेंस पर प्रसव की सूचना दी। मौके पर पहुंची एंबुलेंस प्रसूता को लेकर अस्पताल आ रही थी। छिवलहा गांव समीप प्रसव पीड़ा अधिक होने कारण एंबुलेंस कर्मचारी प्रदीप कुमार ने ऑनलाइन चिकित्सा और परिजनों के सहयोग से सुरक्षित प्रसव एंबुलेंस में कराया। एंबुलेंस कर्मचारी ने जच्चा बच्चा को नजदीकी समुदाय स्वाथ्य केंद हथगाम में सुरक्षित भर्ती कराया। स्वास्थ्य केंद्र पहुंच कर जच्चा के पति पवन कुमार एवं अस्पताल स्टाफ ने ई.एम.टी व पायलट की प्रशंसा करते हुए धन्यवाद किया। एम्बुलेंस संचालक संस्था ईएमआरआई ग्रीन हेल्थ सर्विसेज के प्रोग्राम मैनेजर आशीष कुमार ने बताया कि 102 सेवा पूरी तरह से निःशुल्क है। 102 एम्बुलेंस गर्भवती महिलाओं व दो साल तक के बच्चों को घर से सरकारी अस्पताल ले जाती है और वापस घर भी छोड़ती है। आकस्मिक स्थिति के लिए एम्बुलेंस में डिलीवरी किट उपलब्ध रहती है। एम्बुलेंस स्टाफ इसके लिए प्रशिक्षित हैं इसलिए डिलीवरी के मामले में सभी 102 एम्बुलेंस का प्रयोग करना चाहिए। वहीं, 108 एम्बुलेंस सेवा से किसी भी प्रकार की इमरजेंसी में सरकारी अस्पताल जाने के लिए एम्बुलेंस की मदद ली जा सकती है। यह सेवा भी पूरी तरह से निःशुल्क है।

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