फतेहपुर जिले में आंगनबाड़ी विभाग में रिश्वतखोरी के मामलों पर बड़ी कार्रवाई की गई है। दो अलग-अलग ब्लॉकों में रिश्वत लेने के आरोप में बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीडीपीओ) और सुपरवाइजर को निलंबित कर दिया गया है, जबकि एक कंप्यूटर ऑपरेटर की सेवा समाप्त कर दी गई है।
पहला मामला खजुहा ब्लॉक से संबंधित है। यहां बाल विकास परियोजना कार्यालय में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों से प्रोत्साहन राशि के बदले रिश्वत लेने का आरोप था। विजिलेंस टीम ने 1 नवंबर को कंप्यूटर ऑपरेटर पुष्पेंद्र को कार्यालय में ही रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा था। उसे वाराणसी ले जाया गया, जिसके बाद उसके बयान के आधार पर सीडीपीओ लालमुनि के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
इस मामले में विभाग ने सीडीपीओ लालमुनि को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर सुल्तानपुर संबद्ध कर दिया है। वहीं, कंप्यूटर ऑपरेटर पुष्पेंद्र की सेवा समाप्त कर दी गई है। दूसरा मामला हथगांव ब्लॉक का है। यहां आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों से पंजीरी और अन्य सामग्री के वितरण के नाम पर पैसे वसूली का एक वीडियो दो दिन पहले सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जांच के दौरान सुपरवाइजर शिव कन्या को स्पष्टीकरण के लिए बुलाया गया।
संतोषजनक जवाब न मिलने और आरोपों के साबित होने पर सुपरवाइजर शिव कन्या को भी तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इन दोनों मामलों पर हुई कार्रवाई की जानकारी जिला कार्यक्रम अधिकारी दीप्ति त्रिपाठी ने दी है। विभाग अब अन्य आरोपों की भी गहन जांच कर रहा है और माना जा रहा है कि कई अन्य अधिकारियों पर भी कार्रवाई हो सकती है।
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