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मेरठ के बाद ओरैया में खूनी खेल: शादी के ठीक बाद पति की हत्या ‘मुस्कान’ ने बताई खौफनाक साजिश!

औरैया में शादी के 15वें दिन ही दुल्हन ने अपने पति की हत्या करवा दी। उसने अपने प्रेमी के साथ मिलकर शूटर को 2 लाख की सुपारी दी। दुल्हन ने मुंह दिखाई में मिले रुपए और गहने बेचकर एक लाख रुपए शूटर को एडवांस दिए। पुलिस ने सोमवार को इस हत्याकांड का खुलासा किया। आरोपी पत्नी प्रगति यादव, उसके प्रेमी अनुराग यादव और सुपारी किलर रामजी नागर को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेज दिया है। पुलिस जब मास्टरमाइंड दुल्हन को मीडिया के सामने लाई तो वह कभी साड़ी के पल्लू से मुंह छिपाती तो कभी गर्दन नीचे कर लेती थी।

प्रेमी के चेहरे पर कोई मलाल नहीं था। SP अभिजीत आर शंकर ने बताया कि दुल्हन ने शादी से पहले ही प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या का प्लान बना लिया था। पूछताछ में स्वीकार किया कि घर वालों ने बिना मर्जी के शादी करा दी। हम लोगों को मिलने में दिक्कत आ रही थी। इसलिए हत्या कर दी। प्रगति की प्लानिंग थी कि विधवा होने के बाद वह पति की करोड़ों की प्रॉपर्टी पर कब्जा कर लेगी। इसके बाद प्रेमी के साथ जिंदगी बिताएगी।

औरेया में दिबियापुर के सेहुद मंदिर के पास रहने वाले दिलीप की 5 मार्च को फफूंद निवासी प्रगति से शादी हुई थी। दिलीप का परिवार करोड़पति है। परिवार में कई हाइड्रा और क्रेन हैं। परिवार की एसएस यादव क्रेन सर्विस के नाम से दुकान है। दिलीप कन्नौज के उमर्द के पास शाह नगर में हाइड्रा लेकर गया था। 19 मार्च को दिलीप काम से वापस लौट रहा था। दोपहर करीब डेढ़ बजे उसने बड़े भाई संदीप को घर आने की सूचना दी। सहार थाना क्षेत्र के पास एक होटल पर दिलीप रुका। जहां कुछ बाइक सवार युवक उससे मिले। युवकों ने खाई में फंसी कार को हाइड्रा से निकालने के बहाने दिलीप को अपने साथ ले गए।

इसके बाद दिलीप होटल से लगभग 7 किलोमीटर दूर पलिया गांव के पास गंभीर हालत में मिला। ग्रामीण उसे अस्पताल ले जाया गया। जहां 2 दिन जिंदगी-मौत से जूझने के बाद 21 मार्च को दिलीप की मौत हो गई। परिजनों ने अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। अंतिम संस्कार मैनपुरी के भोगांव में किया गया। पोस्टमॉर्टम में दिलीप की बॉडी पर 9 गंभीर चोट के निशान मिले, जो किसी धारदार हथियार के थे। सिर के पीछे 315 बोर के तमंचे से गोली मारी गई थी। पोस्टमॉर्टम करने पर 315 बोर की एक बुलेट निकली।

5 मार्च को शादी के बाद 6 मार्च को प्रगति यादव मायके से विदा होकर ससुराल आई थी। 10 मार्च को वह होली मनाने के लिए अपने मायके फफूंद चली गई। 21 मार्च को पति की मौत होने पर ससुराल आई। इसके बाद से ससुराल में ही रह रही थी। इस दौरान ससुराल वालों को जरा भी शक नहीं हुआ कि पति की हत्या प्रगति ने करवाई है। पुलिन ने बताया कि हत्या की पूरी साजिश वॉट्सऐप कॉल और वीडियो कॉल पर रची। प्रगति ने दिलीप की लोकेशन बताने के लिए अनुराग को मैसेज किया। अनुराग ने शूटरों से भी इसी तरीके से संपर्क किया। शादी के बाद प्रगति को प्रेमी से दूर रहना बर्दाश्त नहीं हुआ।

चौथी की रस्म पर जब वह मायके पहुंची तो प्रेमी अनुराग के साथ मिलकर पति की हत्या की सुपारी देने का प्लान बनाया। अनुराग सीधे हत्या नहीं करना चाहता था। इसलिए उसने शूटर की तलाश शुरू की। एक परिचित की मदद से उसकी मुलाकात गैंगस्टर एक्ट में जेल से छूटे रामजी नागर उर्फ चौधरी से हुई। 12 मार्च को अनुराग की शूटर राजमी नागर से मुलाकात हुई। इसमें दो लाख रुपए में हत्या का सौदा तय हुआ। पुलिस ने बताया कि रामजी के खिलाफ पहले से 10 मुकदमे दर्ज हैं। उसे पैसों की जरूरत थी, इसलिए उसने दो लाख रुपए में सुपारी ले ली।

दिलीप के पिता सुमेर सिंह का क्रेन का बड़ा बिजनेस है। शादी के बाद प्रगति नगला-दीपा ससुराल आई। लेकिन 10 मार्च को चौथी की रस्म में मायके चली गई। 17 मार्च को प्रगति और प्रेमी अनुराग के बीच औरैया के हाईवे स्थित होटल में मुलाकात की। पुलिस को अनुराग के मोबाइल से दोनों के आपत्तिजनक वीडियो और तस्वीरें भी मिली हैं। प्रगति और अनुराग का घर फफूंद थाना क्षेत्र की ग्राम पंचायत दखलीपुर और पीपरपुर की सीमा पर है। अनुराग ट्रैक्टर चलाता था और पहले भी कई विवादों में फंस चुका था। छह महीने पहले जमीन के विवाद में उसके भाई को गोली लगी थी।

जबकि प्रगति का पति दिलीप करोड़पति कारोबारी था। परिवार के नाम 12 हाइड्रा और 10 क्रेन हैं। पूरे इलाके में क्रेन और हाइड्रा का कारोबार दिलीप के परिवार के पास था। SP अभिजीत आर शंकर ने बताया, दुल्हन प्रगति की बहन पारुल की शादी मैनपुरी निवासी संदीप से हुईं थी। संदीप की दिबियापुर में क्रेन सर्विस की दुकान है। करोड़पति परिवार में शादी होने से पारुल काफी खुश थी। इसलिए परिजनों ने संदीप के भाई दिलीप से छोटी बेटी प्रगति की भी शादी तय कर दी। प्रगति और गांव के रहने वाले अनुराग के बीच 4 साल से अवैध संबंध थे। जब शादी तय होने की बात अनुराग को पता चली तो उसने विरोध किया। लेकिन प्रगति ने भरोसा दिया कि शादी के बाद दिलीप की हत्या कर देंगे।

उसकी करोड़ों की संपत्ति अपने नाम हो जाएगी। फिर दोनों ऐश से रहेंगे। 5 मार्च को प्रगति और दिलीप की शादी हो गई। प्रगति अपने प्रेमी से मिल नहीं पा रही थी। इसलिए वह नाखुश थी। उसने दिलीप को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया। अनुराग को भी राजी कर लिया। अनुराग ने अपने परिचित सुपारी किलर रामजी नागर से 2 लाख रुपए में सौदा किया। इसमें प्रगति ने 1 लाख रुपए एडवांस दिए। बाकी पैसे बाद में देने का वादा किया था। जिस जगह पर दिलीप मरणासन्न हालत में मिला था, उसके सात किमी एरिया में लगे सीसीटीवी फुटेज को पुलिस ने चेक किया। दिलीप अज्ञात लोगों के साथ बाइक पर जाते दिखा। फुटेज से बाइक सवार युवकों की पहचान हुई। पूछताछ के बाद मामले का खुलासा हुआ और दिलीप की पत्नी प्रगति ही हत्या की मास्टरमाइंड निकली। उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।

SP अभिजीत आर शंकर ने बताया, आज, सोमवार को थाना सहार और स्वाट टीम ने हरपुरा मोड़ पर दबिश दी। आरोपी रामजी नागर और अनुराग उर्फ बबलू उर्फ मनोज यादव को गिरफ्तार कर लिया। इनके कब्जे से 315 बोर के दो तमंचे, चार जिंदा कारतूस और एक बाइक बरामद हुई। वहीं, आरोपी दुल्हन प्रगति को उसके ससुराल मैनपुरी के भोगांव थाना क्षेत्र के नगला दीपा गांव से गिरफ्तार किया गया। दिलीप की हत्या में पत्नी प्रगति का नाम सामने आने के बाद घर में मातम पसर गया। पिता सुमेर सिंह, भाई संदीप और परिवार के अन्य लोग बिलख उठे। संदीप ने कहा- हमने सोचा था कि साली से शादी करवाई है तो कोई दिक्कत नहीं होगी। उसकी सहमति से शादी करवाई, लेकिन उसने मेरे भाई को ही मार डाला।

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