अलीगढ़ के थाना रोरावर क्षेत्र में रहने वाला एक परिवार बेटी के निकाह की तैयारियों में जुटा था। घर में मेहंदी की रस्म निभाई जा रही थी। इसी दौरान 3 अप्रैल रात को पहुंची एक फोन काॅल ने दुल्हन पक्ष के होश उड़ा दिए। दूल्हा पक्ष ने निकाह से एक दिन पहले दहेज में कार मांग ली। यह भी कहा कि बरात बुलानी है तो पहले कार का इंतजाम कर लो, नहीं तो निकाह नहीं करेंगे। दहेज का सामान वापस भेज रहे हैं..। कुछ ही देर में दहेज का सामान वापस दुल्हन पक्ष के पास पहुंच गया।
शुक्रवार को न दूल्हा पहुंचा और न बरात। पुलिस ने पीड़ित पक्ष की तहरीर पर जांच शुरू कर दी है। थाना रोरावर क्षेत्र के महफूजनगर निवासी एक महिला के अनुसार उन्होंने अपनी बेटी का रिश्ता शाहजमाल निवासी एक युवक के साथ तय किया था। 4 अप्रैल को बरात आनी थी। उन्होंने दहेज का सामान दूल्हे के घर भिजवा दिया। 3 अप्रैल को घर में मेहंदी व संगीत कार्यक्रम चल रहा था।
सहेलियां दुल्हन के हाथों में मेहंदी रचा रहीं थीं। बरात के स्वागत-सत्कार के लिए हलवाई पकवान बनाने में जुटे थे। इसी बीच दूल्हा पक्ष से फोन आया कि निकाह बाद में होगा पहले उन्हें कार चाहिए। अगर बरात बुलानी है तो कार देनी होगी, नहीं तो बरात नहीं आएगी। यह बात सुनकर दुल्हन पक्ष के होश उड़ गए। उन्होंने मजबूरी को दर्शाते हुए दहेज में कार देने में असमर्थता जताई।
इस बीच फोन काट दिया गया। आरोप है कि रात दो बजे दूल्हा पक्ष ने दहेज के सामान को कैंटर गाड़ी में भरकर वापस भेज दिया। आरोप है कि मान मनौव्वल के बाद भी दूल्हा पक्ष शुक्रवार को बरात लेकर नहीं पहुंचा। दोपहर बाद पीड़ित पक्ष थाने पहुंचा और दूल्हा पक्ष के खिलाफ तहरीर दी। एएसपी मयंक पाठक ने बताया कि पीड़ित पक्ष से तहरीर मिली है, जिसके आधार पर जांच की जा रही है।