दिल्ली पुलिस ने एक महिला और उसके प्रेमी को गिरफ्तार किया है। महिला ने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या की साजिश रची थी। उसने पैसे देकर अपने पति की हत्या करवा दी और लाश को नाले में डलवा दिया था। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान दिल्ली के अलीपुर निवासी 34 साल की सोनिया और सोनीपत निवासी उसके 28 साल के प्रेमी रोहित के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि मामले का एक अन्य आरोपी विजय फरार है। विजय रिश्ते में सोनिया का देवर है और उसने ही 50 हजार रुपए की सुपारी लेकर प्रीतम की हत्या की थी। पुलिस जांच में पता चला है कि आरोपी महिला सोनिया ने पति की हत्या के लिए अपनी बहन के देवर विजय को 50 हजार रुपए की सुपारी दी थी। हत्या के बाद विजय ने सोनिया को इंस्टाग्राम पर प्रीतम के शव का वीडियो और फोटो भेजकर रुपए मांगे। इसके बाद सोनिया ने पति का ऑटो बेचकर बाकी की रकम उसे चुकाई थी। क्राइम ब्रांच के डीसीपी हर्ष इंदौरा ने बताया- प्रीतम प्रकाश (42) अलीपुर का कुख्यात हिस्ट्रीशीटर था। उसके खिलाफ 10 से ज्यादा मामले दर्ज थे। अदालत ने उसे भगोड़ा भी घोषित किया था। सोनिया जब 15 साल की थी जब उसे प्रीतम से प्यार हो गया था। बाद में दोनों ने परिवार की मर्जी के खिलाफ शादी कर ली थी। इस शादी से उनके तीन बच्चे हैं, जिनमें एक 16 साल का लड़का और दो बेटियां हैं।
डीसीपी हर्ष इंदौरा के मुताबिक, सोनिया का प्रेमी रोहित का भी क्रिमिनल रिकॉर्ड है। वह पहले भी हत्या और हथियार रखने से जुड़े चार आपराधिक मामलों में शामिल रहा है। रोहित की अप्रैल 2025 में शादी हुई थी। वह टैक्सी ड्राइवर के रूप में काम करता था। इसके बाद भी वह सोनिया के साथ उसके अवैध संबंध जारी था। दोनों शादी करना चाहते थे। इसी के चलते दोनों ने प्रीतम को रास्ते से हटाने की साजिश रची थी।
मोबाइल से सुलझ गई मर्डर मिस्ट्री
डीसीपी के मुताबिक, सोनिया ने 20 जुलाई को अलीपुर थाने में प्रीतम की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में उसने कहा था कि उसका पति बाहर गया था और वापस नहीं लौटा। पुलिस ने शुरुआत में इस मामले को एक सामान्य गुमशुदगी माना। जांच के दौरान पुलिस टीम को प्रीतम से जुड़े मोबाइल नंबर का पता चला जो सोनीपत में इस्तेमाल किया जा रहा था। इससे टीम रोहित तक पहुंच गई। पहुंची। पुलिस ने बताया कि पूछताछ करने पर रोहित ने शुरुआत में गुमराह किया। हालांकि बाद में वह टूट गया और अपना अपराध कबूल कर लिया। रोहित ने बताया कि 20 जुलाई को ही प्रीतम की हत्या करवा दी गई थी। इसके बाद सोनिया ने सबूत मिटाने के लिए प्रीतम का मोबाइल कहीं फेंकने के लिए दे दिया था। लेकिन, कीमती मोबाइल देखकर उसकी नीयत बदल गई। उसने मोबाइल की सिम फेंककर फोन अपने पास रख लिया। कुछ दिन बाद उसने अपनी सिम डालकर फोन ऑन कर लिया था। रोहित की इसी गलती से हत्या के इस पूरे मामले का खुलासा हो गया।