– भाजपा किसान मोर्चा के उपाध्यक्ष ने सीडीओ से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की
– सीडीओ से शिकायत, जांच के बाद कार्रवाई के निर्देश
असोथर, फतेहपुर। दस टन क्षमता वाला पुल 50/60 टन से लेकर 80/90 टन तक के ओवरलोड मोरंग वाहनों के गुजरने से क्षतिग्रस्त हो गया है। वाहनों को पुल से गुजरने के लिए खदान संचालकों ने पुल के नीचे सीमेंट के ढोला (पाइप)और बालू की बोरियां भर दी है। इससे नहर में पानी का बहाव बंद होने से किसान सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं। इसे लेकर भाजपा किसान मोर्चा के उपाध्यक्ष जयदेव सिंह गौतम ने सीडीओ पवन कुमार मीना से लिखित शिकायत की है। असोथर नगर पंचायत निवासी भाजपा किसान मोर्चा के उपाध्यक्ष जयदेव सिंह गौतम (प्रिंस) ने सीडीओ को बताया कि बांदा जिले के मार्का, खादर मोरंग खदान से नवनिर्मित रामनगर कौहन यमुना पुल होकर बालू/मोरंग के ओवरलोड ट्रक/डंफर गुजरते हैं। इससे सुजानपुर रजबहे नहर का नगर पंचायत असोथर बस स्टॉप स्थिति पुल क्षतिग्रस्त हो गया है। इसके बाद भी वाहनों को निकालने के लिए खदान संचालक ने बालू/मोरंग की बोरियां लगाकर नहर का पानी रोक दिया है। सुजानपुर रजबहे नहर से असोथर, कठौता, सरकंडी, मटिहा, पुर बुजुर्ग सहित किशनपुर क्षेत्र के किसानों की हजारों बीघे खेतों की सिंचाई नहीं हो पा रही है। किसान परेशान हो रहे हैं। सीडीओ ने निचली गंगा नहर के अधिशाषी अभियंता को जांच कर कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। पिछले शनिवार देर शाम को ग्रामीणों, व्यापारियों सहित किसान नेताओं ने बांदा जिले से आने वाले ओवरलोड वाहनों को कस्बे में रोककर जाम लगाकर पुल क्षतिग्रस्त होने और नहर का पानी रोकने सहित स्थानीय ग्रामीणों/व्यापारियों को धूल और सड़को को बचाने को लेकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शन की जानकारी होने पर खदान संचालकों सहित जिला प्रशासन में अफरा-तफरी मच गई। जिला प्रशासन के निर्देश पर स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच मान मन्नौवल करते नजर आए। लेकिन किसान नेताओं ने अपनी मांगों को पूरा करने और खदान संचालकों की मनमानी को रोकने पर अड़े रहे। जिसपर पुलिस ने खदान संचालकों से मौके पर आकर किसान नेताओं से बात कर समस्याओं का समाधान निकालने की बात कही। मौके पर पहुंचे खदान संचालक को भाकियू ब्लॉक अध्यक्ष सोनू सिंह गौतम, उपाध्यक्ष रविदेव सिंह गौतम, महामंत्री दिनेश प्रताप सिंह, दीपू मिश्रा, प्रमोद सिंह सहित किसानों, ग्रामीणों और व्यापारियों ने आड़े हाथों लिया। हंगामा देख सुरक्षा की दृष्टि से थाना प्रभारी मय पुलिस टीम मौके पर मुस्तैद रहे। खदान संचालकों के घंटों मान मन्नौवल और पुलिस के कहने पर किसान नेताओं ने नहर में बालू भरी बोरियों से बंद नहीं करने और नहर पर नया पुल बनाने, सड़को पर ओवरलोड वाहनों को न निकाले जाने और सड़को पर धूल से बचने के लिए पानी का छिड़काव दिन में दो बार करने की बात पर सहमति जताई थी। खदान संचालकों द्वारा ऐसा न करने पर किसान यूनियन अराजनैतिक के नेताओं ने दोबारा सड़क जाम कर बड़ा आंदोलन करने की बात कही थी और कहा था कि जिसकी जिम्मेदारी स्थानीय पुलिस सहित जिला प्रशासन की होगी।