मेरठ: दहेज में बुलेट की मांग पूरी न कर पाने पर लिसाड़ी गेट क्षेत्र उमर गार्डन निवासी युवती की बरात नहीं आई। बरात रवाना होने से चंद घंटे पहले ही दूल्हे ने दहेज में बुलेट की मांग की थी। युवती का परिवार यह मांग पूरी नहीं कर पाया। दुल्हन बनी युवती मेहंदी लगाए इंतजार करती रही। बरात न आने पर शादी की खुशियां मातम में बदल गईं। लिसाड़ी गेट के उमर गार्डन निवासी युवती की शादी सोमवार को किला परीक्षितगढ़ क्षेत्र के गांव निवासी युवक के साथ होना था।
रिश्ता करीब छह माह पूर्व तय हुआ था। सोमवार को बरात आनी थी। दुल्हन के परिवार ने सारी तैयारियां कर ली थीं। खाना बन चुका था और दहेज का सामान भी सज चुका था। शाम तक बरात नहीं पहुंची। दुल्हन पक्ष ने दूल्हे के परिवार को फोन किया। दूल्हे के पिता ने दहेज में बुलेट की मांग रख दी। बुलेट न मिलने पर बरात लाने से साफ इन्कार कर दिया।
दुल्हन के भाई ने बताया कि वह 6 महीने पहले अपनी बहन का रिश्ता करने गए थे। तब लड़के के परिवार ने उनके सामने अपनी डिमांड रखी थी, लेकिन उन्होंने स्पष्ट कर दिया था कि हम ज्यादा बड़ी डिमांड पूरी नहीं कर सकते। तब लड़के के परिवार ने 2 लाख रुपये की मांग की तो दुल्हन के परिवार ने यह रकम दे दी थी।
—बड़े बेटे की शादी में मिला काफी दहेज
युवती की मां ने बताया कि दूल्हे के पिता ने फोन पर कहा कि कल उसके बड़े बेटे की बरात दूसरी जगह गई थी। वहां पर उसे दहेज में काफी सामान और नकदी के साथ गाड़ी भी मिली है। तुम बुलेट दे देना अगर बुलेट न हो तो अपाचे बाइक दे देना। इसके अलावा बिचौलिया भी दहेज में स्कूटर मांग रहा है। दोपहर एक बजे बरात आनी थी, लेकिन बुलेट न मिलने पर रात 10 बजे तक भी बरात नहीं आई। उन्होंने 500 लोगों का खाना बनवाया था वह भी बेकार हो गया। सजावट में भी काफी पैसा खर्च किया था।
— बरात नहीं आई तो बहने लगे आंसू
बरात न आने पर परिवार के लोग परेशान हो गए। उनकी आंखों से आंसू बहने लगे। युवती के परिवार ने 112 नंबर पर कॉल करके पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची पर पुलिसकर्मी थाने में तहरीर देने की बात कह कर लौट गए। सीओ कोतवाली आशुतोष कुमार का कहना है कि इस मामले में कोई शिकायत नहीं मिली है। तहरीर मिलने पर जांच कर मामले में कार्रवाई की जाएगी।