चीन | चीन की सेना ने मंगलवार को बताया कि उसने ताइवान के चारों तरफ सेना, नेवी, एयर फोर्स और रॉकेट फोर्स की जॉइंट एक्सरसाइज लॉन्च की है। चीन ने ये ऐलान अमेरिका को चेतावनी देते हुए किया है। दरअसल अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने बीते दिनों एशिया के अपने पहले दौरे पर चीनी आक्रामकता का जवाब देने की बात कही थी। सोशल मीडिया पर जारी बयान में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के ईस्टर्न थिएटर कमांड ने कहा कि चीन की सेना युद्ध अभ्यास के दौरान कई दिशाओं से ताइवान के करीब पहुंचेगी। इस अभ्यास में समुद्री और जमीनी टारगेट पर हमले और अहम इलाकों और समुद्री रास्तों की नाकेबंदी जैसी रणनीतियां शामिल होंगी। इसका मकसद सैनिकों की जॉइंट ऑपरेशन क्षमता को परखना है।
बयान में चीन की सेना ने कहा कि यह ‘ताइवान की आजादी’ की समर्थक अलगाववादी ताकतों के खिलाफ हमारा कड़ा संदेश और शक्तिशाली चेतावनी है। यह युद्धाभ्यास चीन की संप्रभुता और राष्ट्रीय एकता की रक्षा के लिए वैध और जरूरी कार्रवाई है। चीन ने अपनी ताकत दिखाते हुए ताइवान के पास बड़ा सैन्य अभ्यास शुरू किया. चीन का यह सैन्य अभ्यास सीधे तौर पर अमेरिका को चेतावनी है. चीन ने अपनी थल सेना, नौसेना, वायु सेना और रॉकेट फोर्स को इस बड़े सैन्य अभ्यास में शामिल किया. पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के ईस्टर्न थिएटर कमांड ने इसे ‘कड़ी चेतावनी’ बताया और कहा कि यह ‘ताइवान की आजादी’ की मांग करने वालों के खिलाफ है. चीन के इस युद्धाभ्यास की टाइमिंग बेहद खास है. क्योंकि चीन के इस कदम से पहले अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने एशिया का दौरा किया था. इस दौरान उन्होंने चीन की आक्रामकता को खिलाफ रोकने का वादा किया था.
CNN की रिपोर्ट के मुताबिक
PLA ने कहा कि यह अभ्यास ताइवान को कई दिशाओं से घेरने और समुद्री-जमीनी लक्ष्यों पर हमला करने की प्रैक्टिस है. इस अभ्यास में प्रमुख क्षेत्रों और समुद्री रास्तों पर नाकाबंदी का परीक्षण होगा. सोशल मीडिया पर जारी किए गए एक बयान में इसे चीन की संप्रभुता और एकता की रक्षा के लिए जरूरी बताया गया. वीडियो में चीनी फ्रिगेट्स, लड़ाकू विमान और मिसाइलें तैयार दिख रही हैं. ताइवान के दक्षिण-पूर्व में शानदोंग विमानवाहक पोत की मौजूदगी देखी गई.
क्या बोला ताइवान?
ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने अपने विमान, जहाज और जमीन पर मिसाइल सिस्टम तैनात किए. रक्षा मंत्री वेलिंगटन कू ने इसे कहा कि इसकी निगारानी हो रही है. नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के जोसेफ वू ने X पर एक पोस्ट लिखा, जिसमें उन्होंने इसे लापरवाही और गैर-जिम्मेदाराना करार दिया. उन्होंने कहा कि यह बिना वजह अंतरराष्ट्रीय कानून तोड़ता है. लोकतंत्रों को चीन के शरारत की निंदा करनी चाहिए. ट्रंप के करीबी अधिकारियों ने बार-बार इस बात पर जोर दिया है कि अमेरिका को हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन का मुकाबला करने पर अपना ध्यान लगाना चाहिए.
यह अभ्यास अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ के एशिया दौरे के ठीक बाद शुरू हुआ है, जो सीधे तौर पर अमेरिका को संदेश है. पिछले सप्ताह उन्होंने फिलीपींस और जापान में चीन की आक्रामकता को रोकने की बात कही थी. चीनी सेना ने ताइवान के आस-पास हवा और पानी में नियमित गश्त के साथ-साथ सैन्य अभ्यास भी बढ़ा दिया है. चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग हर बार ताइवान को अपना बताते रहे हैं और शांति के अलावा बल से भी कब्जे की बाद करते रहे हैं.