हिमाचल प्रदेश में इस साल मॉनसून की बारिश भारी आपदा बनकर टूट पड़ी है। हिमाचल आपदा प्रबंधन के विशेष सचिव डीसी राणा ने बताया कि बारिश से अब तक राज्य में 30 लोगों की मौत हो गई है और 34 लोग लापता हैं। 19 जून को हिमाचल प्रदेश में मानसून आया और इसके बाद से ही अबतक लगातार बारिश हो रही है। अकेले बीती रात मंडी ज़िले में दस लोगों की मौत हो गई। कई जगहों से बादल फटने और तबाही की ख़बरें हैं। मंडी क्षेत्र में भारी बारिश के कारण ब्यास नदी में बाढ़ आ गई है इसलिए आईएमडी ने प्रदेश में रेड अलर्ट जारी किया है। मंगलवार-बुधवार की रात आई इस आपदा ने पूरे इलाके में तबाही मचा दी है। प्रशासन और राहत एजेंसियां लापता लोगों की तलाश में लगातार लगी हुई हैं।
हिमाचल प्रदेश में बीते दो दिन में 17 जगह बादल फटे हैं। मंडी जिले में 15, जबकि कुल्लू और किन्नौर जिले में एक-एक जगह बादल फटा है। मंडी जिले में पिछले दो दिनों से हुई भारी बारिश, बादल फटने और ब्यास नदी व नालों के रौद्र रूप से भारी तबाही हुई है। यहां इस दौरान 16 लोगों समेत पूरे प्रदेश में 18 की जान चली गई। 34 लोग अभी लापता हैं। दर्जनों लोग घायल हो गए हैं। 332 लोगों को जगह-जगह से रेस्क्यू कर उनकी जान बचाई गई है। अकेले मंडी जिले में 24 घर और 12 गोशालाएं जमींदोज हो गई हैं। 30 पशुओं की भी मौत हो गई है। कुकलाह के समीप पटीकरी प्रोजेक्ट बह गया है और कई पुल ध्वस्त हो गए हैं।
मंडी में 151 सड़कों पर यातायात बंद है, 489 ट्रांसफॉर्मर और 465 पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं। पूरे राज्य में अब तक 245 सड़कें बंद, 918 ट्रांसफॉर्मर ठप, और 3,698 जल परियोजनाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं। आपदा में अब तक 148 मकान, 104 पशु शेड, 14 पुल और 31 वाहन क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। 162 मवेशियों की मौत हुई है, जबकि 370 लोगों को सुरक्षित निकाला गया, जिसमें 316 मंडी के हैं। अकेले मंडी जिले में करसोग के रिक्की, कुट्टी, ओल्ड बाजार, गोहर के स्यांज, बाड़ा, बस्सी, परवाड़ा, तलवाड़ा, कैलोधार, धर्मपुर के त्रियंबला, भडराना, थुनाग के कुटाह, लस्सी मोड़, रेल चौक और पट्टीकारी में बादल फटने की घटना हुई। उधर विजिबिलिटी कम होने के कारण कांगड़ा की चार फ्लाइटें रद्द हो गईं। केवल दिल्ली से फ्लाइट गगल हवाई अड्डा पहुंची। इंडिगो की दिल्ली से दो और एक चंडीगढ़ से एक फ्लाइट रद्द हुई। स्पाइट जेट की दिल्ली से एक उड़ान आई और दूसरी रद्द रही। बारिश के कारण भुंतर हवाई अड्डे के लिए भी हवाई सेवा ठप रही।