फतेहपुर। नगर पालिका परिषद में एसआर इंटरप्राइजेज की संचालिका राजेष्वरी देवी अपने अपने बेटे अंकित मिश्रा के नाम पावर ऑफ अटॉर्नी जारी कर रखा है। जिसके तहत अंकित मिश्रा नगर पालिका परिषद की ठेकेदारी करते हैं लेकिन इधर उनका नगर पालिका में भुगतान फंसा हुआ है। इस भुगतान के लिए अंकित मिश्रा ने आरोप लगाया कि वह नगर पालिका परिषद पहुंचे और अधिशासी अधिकारी के नाम माता राजेष्वरी देवी की तरफ से एक लेटर दिया कि उनका भुगतान कर दिया जाए। इस पर अंकित मिश्रा ने आरोप लगाया कि अधिशासी अधिकारी ने यह कहकर उनके लेटर को वापस कर दिया कि राजेष्वरी देवी के हस्ताक्षर नहीं मेल खा रहे हैं। उनको बुलाओ जब मौके पर राजेष्वरी देवी पहुंची तो उनसे भी उन्होंने वही बात कही कि हस्ताक्षर नहीं मेल खा रहे हैं। इस दौरान अंकित मिश्रा और राजेष्वरी देवी नगर पालिका परिषद में धरने पर बैठ गए और देखते ही देखते हंगामा खड़ा हो गया तो वही अफरा तफरी के माहौल को देखकर अधिशासी अधिकारी रविंद्र कुमार वहां से चलते बने। वही थोड़ी ही देर में भारतीय जनता पार्टी के सभासद नगर पालिका परिषद पहुंचे और आनन फानन में मीडिया को बुलाया गया जिनके सामने सभासद विनय तिवारी, संजय श्रीवास्तव, अतीश पासवान, ऋतिक पाल, गुड्डू यादव, सैंन्की नागर, आशु सिंह ने कहा कि जब से नगर पालिका परिषद में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष बने हैं तब से यहां पर केवल वर्ग विशेष के ठेकेदारों का भुगतान किया जाता है और वर्ग विशेष के लोगों को ही 10 वर्ष से एक ही पटल पर काबइज कर रखे हैं। इस दौरान इन लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि हिंदू वर्ग के ठेकेदारों का उत्पीड़न और भुगतान रोकने व एम बी न करने के दिशा निर्देश भी ऐसा लगता है कि दिया गया है। इन लोगों ने कहा कि अगर नगर पालिका में यही रवैया रहा तो जिलाधिकारी से मिलकर शिकायत की जाएगी और अगर बात ना बनी तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मिलकर नगर पालिका की कारगुजारी को बताया जाएगा। अब इन हालातो में एस आर इंटरप्राइजेज की संचालिका राजेष्वरी देवी का भुगतान कब तक हो पाता है यह अपने आप में एक बड़ा सवाल है। फिलहाल सभी भारतीय जनता पार्टी के सभासद उनके साथ खड़े नजर आ रहे हैं।