ओडिशा का कटक शहर जो सदियों से भाईचारे की मिसाल रहा है, रविवार को हिंसा की चपेट में आ गया. दुर्गा पूजा के विसर्जन के दौरान शुरू हुई छोटी-सी झड़प ने आग की तरह फैलकर पूरे शहर को हिला दिया. दो गुटों के बीच पथराव, आगजनी और बाइक रैली पर विवाद से 25 लोग घायल हो गए, जिसमें 8 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं. सरकार ने 36 घंटे का कर्फ्यू लगाया, इंटरनेट 24 घंटे के लिए बंद कर दिया. विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने 12 घंटे का बंद बुलाया है. मुख्यमंत्री ने शांति की अपील की है. आइए, 7 पॉइंट्स में समझते हैं पूरी घटना की सच्चाई.
- दुर्गा विसर्जन से भड़का विवाद: शनिवार रात 1:30 से 2 बजे के बीच दरगाहबाजार के हाथी पोखरी इलाके में दुर्गा मूर्ति विसर्जन जुलूस कठजोड़ी नदी की ओर जा रहा था. तेज म्यूजिक पर स्थानीय लोगों ने आपत्ति जताई. बात बढ़ी तो छतों से पत्थर और शीशी बोतलें बरसाई गईं. कटक डीसीपी खिलारी ऋषिकेश दन्यंदेव समेत 6 से ज्यादा लोग घायल हुए. पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार किया.
- अफवाहों ने डाला तेल: रविवार सुबह अफवाहें फैलीं कि विसर्जन वाली झड़प में एक घायल की मौत हो गई. पुलिस कमिश्नर सुरेश देवदत्त सिंह ने इसे झूठ बताया. चारों घायलों के चोटें मामूली थीं. तीन को उसी दिन छुट्टी मिली, एक का इलाज चल रहा है. अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई की चेतावनी दी. रिपोर्ट में कहा गया कि ये अफवाहें तनाव बढ़ाने का काम कर रही थीं.
- बाइक रैली पर पुलिस का इंकार: रविवार को एक संगठन ने सांप्रदायिक तनाव के खिलाफ बाइक रैली निकालने की इजाजत मांगी. पुलिस ने डर से मना कर दिया. नाराज संगठन के लोग सड़क पर उतर आए. जब पुलिस ने रोका, तो पथराव शुरू. 8 पुलिसकर्मी घायल हुए, कुल 25 लोगों को चोटें आईं. पुलिस ने बल प्रयोग कर भीड़ भगाई. इससे शहर में फ्रेश क्लैश हो गए.
- आगजनी और तोड़फोड़: गौरी शंकर पार्क के पास दंगाइयों ने 8-10 जगहों पर आग लगा दी. दुकानें, गाड़ियां और स्टॉल्स को नुकसान पहुंचा. असिस्टेंट फायर ऑफिसर संजीब कुमार बेहेरा ने कहा, “आग बुझा दी, लेकिन पथराव जारी था.” पुलिस ने मौके पर पहुंचकर काबू किया. एंटी-सोशल एलिमेंट्स ने हार्मनी बिगाड़ने की कोशिश की.
- कर्फ्यू और इंटरनेट ब्लैकआउट: तनाव रोकने के लिए 13 थाना इलाकों में रविवार शाम 7 बजे से 36 घंटे का कर्फ्यू लगा. इंटरनेट, व्हाट्सएप, फेसबुक, एक्स जैसी सर्विसेज 24 घंटे (5 अक्टूबर शाम 7 से 6 अक्टूबर शाम 7 तक) बंद. जरूरत पड़ी तो बढ़ाया जा सकता है. डीएम दत्तात्रय भाऊसाहेब शिंदे ने कहा, “स्थिति कंट्रोल में है, 10 कंपनियां तैनात, सेंट्रल फोर्स बुलाई.”
- वीएचपी का बंद, सीएम की अपील: वीएचपी ने दोषियों पर कार्रवाई की मांग कर सोमवार (6 अक्टूबर) को 12 घंटे का बंद बुलाया. कहा, “बार-बार दंगे हो रहे, पुलिस चुप है.” सीएम ने शांति की अपील की, “कटक भाईचारे का शहर है, ऐसी घटना स्वीकार नहीं.” बीजू जनता दल ने बीजेपी सरकार पर कानून-व्यवस्था फेल होने का आरोप लगाया.
- फ्लैग मार्च और कंट्रोल में स्थिति: सिक्योरिटी फोर्स ने फ्लैग मार्च किया. डीजीपी योगेश बहादुर खुरानिया ने कहा, “मॉनिटरिंग चल रही, एंटी-सोशल एलिमेंट्स पर एक्शन. अफवाह न फैलाएं, पुलिस साइट चेक करें.” डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर ने अपडेट दिया कि स्थिति नॉर्मल हो रही है. स्पेशल टीमें अपराधियों को तलाश रही हैं.