शाहदरा जिला अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त नेहा यादव ने बताया कि महिला हत्या से तीन चार दिन पहले ही पति आशीष कुमार झा और उसके दोस्त अभय कुमार झा के साथ दिल्ली आई थी. आरोपी विवेकानंद ने अपने कमरे में उनके रहने की व्यवस्था की थी. उसने अपने कमरे का ताला बदलने के बाद एक चाबी आशीष को दे दी थी. मृतका की पहचान पंजाब के लुधियाना निवासी अंजू उर्फ अंजलि के रूप में हुई है. पुलिस ने मकान मालिक विवेकानंद मिश्रा और आरोपी अभय कुमार झा उर्फ सोनू को गिरफ्तार कर लिया है. अभय बिहार के सुपौल जिला स्थित परसरमा गांव का रहने वाला है.
पुलिस आरोपी पति की तलाश में छापेमारी कर रही है. मकान मालिक विवेकानंद मिश्रा ने पूछताछ में बताया कि आरोपी आशीष कुमार झा उसका दोस्त है. कुछ दिन पहले आशीष ने विवेकानंद से दिल्ली में रहने के लिए कमरे की व्यवस्था करने को कहा था. इस पर विवेकानंद ने सत्यम एंक्लेव स्थित अपना कमरा दोस्त आशीष को दे दिया था, क्योंकि कोचिंग पढ़ाने के बाद विवेकानंद का यह कमरा खाली रहता था.
विवेकानंद पत्नी के साथ दिल्ली के पटेल नगर इलाके में रहता था. वह सत्यम एंक्लेव स्थित घर में कोचिंग पढ़ाने के लिए आता था. शुक्रवार को किसी काम से विवेकानंद की पत्नी कमरे पर आ गई. कमरे से बदबू आने के साथ ही दरवाजे के नीचे से खून देखकर वह दंग रह गई. इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई. ईंट से वारकर वारदात को अंजाम दिया था. कुछ वर्ष पहले लुधियाना निवासी अंजू की उसके दूर के रिश्तेदार के माध्यम से आशीष से शादी हुई थी. सभी बिहार के सुपौल के रहने वाले हैं.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आशीष, अभय उर्फ सोनू और विवेकानंद के बीच समलैंगिक संबंध थे. कहीं रिश्ते की पोल न खुल जाए, इसलिए अंजू को रास्ते से हटाने के लिए कुछ दिन पहले आरोपी अंजू को योजनाबद्ध तरीके से दिल्ली लेकर आए थे. इसके बाद रविवार देर रात तीनों ने मिलकर अंजू की ईंट से वारकर हत्या कर दी. हत्या की वजहों के बारे में विवेकानंद बार-बार अपने बयान बदल रहा है, जबकि सोनू ने समलैंगिकता के चलते हत्या की बात स्वीकार की है.