कानपुर में गुरुवार को पति ने पत्नी से वीडियो कॉल कर सुसाइड कर लिया। नौबस्ता हनुमंत विहार के योगेंद्र विहार निवासी दिनेश उर्फ अजय बजरंगी पेशे से सिलाई कारीगर थे। उनके घर में पिता रामबाबू विश्वकर्मा, मां छंगी देवी समेत 5 भाइयों का परिवार रहता था। 22 जून 2023 को दिनेश की शादी फतेहपुर के धारूपुर निवासी राधा से हुई थी। शादी के बाद से घर में आए दिन कलह और राधा के अलग रहने की जिद के चलते दिनेश बारादेवी में किराए का कमरा लेकर परिवार से अलग रहने लगा था।
8 महीने पहले दोनों बारादेवी में किराए पर रहने लगे। पिछले सप्ताह मोबाइल पर ज्यादा बात करने को लेकर उसका पत्नी से विवाद हो गया। जिसके बाद राधा मायके चली गई। गुरुवार को अजय अपने पिता के पास योगेंद्र विहार पहुंचा। यहां उसने पहले घर वालों से बात की। फिर वीडियो कॉल पर राधा से बात की। उसने पत्नी से घर आने को कहा।
इस बात को लेकर दोनों में विवाद हो गया। मां संगीता देवी ने बताया-मेरा बेटा बहू से परेशान रहता था। वो खाना बनाकर नहीं देती थी, साथ उससे मारपीट करती थी। इस बात पर दोनों की लड़ाई होती थी। वहां के पास रहने वाले लोग बताते थे कि अपने बेटे को बुला लो, नहीं तो तुम्हारा बेटा चला जाएग। पिता राम बाबू ने बताया-हम तो पूजा करने मंदिर गए थे, तभी पता चला कि बेटे की मौत हो गई। वो टेंशन में रहता था।
बहू ने कल मुझे धमकी दी थी कि बेटे का चेहरा अब देख नहीं पाओगे। बहू मेरे बेटे को झांडू से पीटती थी। उसने 2 अप्रैल को कॉल की थी। धमकाते हुए कहा था कि अपने बच्चे से मिल सकते हो तो आखिरी बार मिल लेना, तुम्हें तो मैं जेल भिजवाकर मानूंगी। तभी तुम्हारे दिमाग ठीक होंगे। परिजनों के मुताबिक, वह किचन में गया और चाकू उठा लिया। वीडियो कॉल के दौरान ही उसने अपने सीने-गले और पेट में चाकू मारे।
यह देखकर सामने से पत्नी ने चीखना शुरू कर दिया। चीख सुनकर उसके पिता रामबाबू, भाई व परिवार के अन्य लोग मौके पर पहुंचे। देखा कि अजय आंगन में खून से लथपथ पड़ा हुआ है। उसे एक निजी अस्पताल ले गए। जहां अजय ने दम तोड़ दिया। डीसीपी महेश कुमार ने बताया कि पूरे मामले की गहनता से जांच की जा रही है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।