कौन बनेगा देश का अगला उपराष्ट्रपति? एनडीए कैंडिडेट के ऐलान के बाद उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर गहमागहमी तेज हो गई है। NDA के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार के ऐलान के बाद आज INDIA ब्लॉक की बैठक होने जा रही है। इसमें उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार पर चर्चा होगी। ये बैठक कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के चैंबर में होनी है। इसमें इंडिया ब्लॉक के नेता शामिल होंगे। अभी तक विपक्ष की तरफ से किसी उम्मीदवार का नाम सामने नहीं आया है। रविवार को एनडीए ने अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया है।
एनडीए की तरफ से उपराष्ट्रपति पद के लिए महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन उम्मीदवार होंगे। रविवार को पीएम मोदी की अध्यक्षता में बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक में सीपी राधाकृष्णन के नाम पर मुहर लगी। सीपी राधाकृष्णन 21 अगस्त को नामांकन दाखिल करेंगे। इस दौरान NDA शासित राज्यों के सभी मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री भी मौजूद रहेंगे। NDA के आंकड़े को देखते हुए राधाकृष्णन का अगला उपराष्ट्रपति चुना जाना तय लग रहा है। साथ ही पीएम मोदी ने राधाकृष्णन पर दांव लगाकर विपक्ष में भी सेंध लगाने की कोशिश की है। राधाकृष्णन तमिलनाडु से हैं। ऐसे में अब ये देखना दिलचस्प होगा कि DMK उनका विरोध करती है या राधाकृष्णन के समर्थन में वोट डालेगी।
अब नंबर गेम की बात करें तो राधाकृष्णन की जीत महज औपचारिकता लग रही है। लोकसभा और राज्यसभा के सांसद उपराष्ट्रपति के चुनाव में भाग लेते हैं। अभी लोकसभा में कुल 542 सदस्य हैं, जबकि राज्यसभा के मौजूदा सदस्यों की संख्या 240 हैं। इस तरह दोनों सदनों को मिलाकर कुल सांसदों की संख्या 782 होगी। इसमें बहुमत का आंकड़ा 392 है। NDA के पास अभी 422 सांसदों का समर्थन है, जो जीत के लिए जरूरी आंकड़े से कहीं ज्यादा है। राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाकर बीजेपी ने मास्टर स्ट्रोक चला है। राधाकृष्णन तमिलनाडु के ओबीसी नेता हैं। वो गाउंडर जाति से हैं। संघ से 16 साल की उम्र से जुड़े रहे हैं। दो बार तमिलनाडु के कोयंबटूर से सांसद रहे हैं। तमिलनाडु बीजेपी के अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी निभा चुके हैं। 31 जुलाई 2024 को महाराष्ट्र के राज्यपाल की शपथ ली थी। इसके पहले वो झारखंड, तेलंगाना और पुडुचेरी के राज्यपाल रह चुके हैं। यानि कि उनके पास पूरा राजनीतिक और प्रशासनिक अनुभव है।
बीजेपी ने सीपी राधाकृष्णन के नाम पर मुहर लगाकर डीएमके को दुविधा में डाल दिया है। राधाकृष्णन के तमिलनाडु का होने के कारण डीएमके का उनके नाम का विरोध करना आसान नहीं होगा। तमिलनाडु में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं। उसके पहले बीजेपी ने राधाकृष्णन को उम्मीदवार बनाकर तमिलनाडु में अपनी पैठ मजबूत बनाने की कोशिश की है। विपक्ष की तरफ से उपराष्ट्रपति का उम्मीदवार कौन होगा? इसपर आज पिक्चर क्लियर हो सकती है, लेकिन उसके पहले इस मुद्दे पर विपक्ष किस तरह बंटा हुआ है? इसके संकेत सामने आने लगे हैं। समाजवादी पार्टी नेता रामगोपाल यादव ने आम राय से उपराष्ट्रपति को चुने जाने का समर्थन किया है। वहीं, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि उपराष्ट्रपति उम्मीदवार पर विपक्ष की बैठक में फैसला होगा।